-सीबीआई कोर्ट में प्रिंसिपल के बुलावे के बाद कॉलेज में हड़कंप की स्थिति
-मेडिकल कॉलेज से व्यापमं मामले में जेल जा चुके 8 स्टूडेंट्स अंडरग्राउंड
KANPUR: व्यापमं घोटाले को लेकर जीएसवीएम में चली लंबी जांच के बाद अब मामलों में सजा होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.जैसे जैसे कॉलेज में सीबीआई कोर्ट से पेशी के लिए समन आते जा रहे हैं वैसे वैसे इस मामले में जेल जा चुके कुछ आरोपियों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। खास बात यह है कि इस मामले में एमपी के अलग अलग शहरों में दर्ज मामलों में जेल जा चुके जीएसवीएम के 8 स्टूडेंट्स अंडरग्राउंड हो गए हैं। इनके बारे में कॉलेज प्रशासन को सूचनाएं नहीं मिल रही हैं क्योंकि वह हॉस्टल में तो नहीं है और उनके फोन नंबर भी नहीं मिल रहे। कॉलेज प्रशासन इन स्टूडेंट्स के घरों में संपर्क करने की कोशिश कर रहा है।
प्रिंसिपल ने की मीटिंग
सीबीआई कोर्ट से 11 फरवरी को पेश होने का आदेश आने के बाद फ्राईडे को प्रिंसिपल प्रो। नवनीत कुमार ने फैकल्टी मेंबर्स के साथ मीटिंग की। इस दौरान प्रो। आरपी शर्मा और प्रो। सीमा निगम मौजूद रही। प्रो। सीमा निगम ही छात्र अनुभाग और व्यापमं घोटाले में आने वाले मामलों को देखती है। उन्होंने प्रिंसिपल को पूरे मामले के संबंध में ब्रीफ किया। वहीं फ्राईडे को भी मेडिकल कॉलेज में सीबीआई की टीम आने की सुगबुगाहट रही। हालाकि कि कॉलेज प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की।
कानपुर, लखनऊ के बीच कई कडि़यां
व्यापमं घोटाले को लेकर जीएसवीएम और केजीएमयू के बीच कई कडि़यां जुड़ रही है। सीबीआई की टीम दोनों ही जगहों पर अपनी नजर बनाए हुए है। दो दिन पहले लखनऊ में सीबीआई टीम ने छानबीन करने की सूचना मिली थी। वहीं शहर में भी टीम लगातार जांच कर रही है और आरोपी रहे कई स्टूडेंट्स पर नजर भी है।
1300 से ज्यादा स्टूडेंट्स का रिकार्ड भेजा
मेडिकल कॉलेज में व्यापमं घोटाले में 7 सालों का स्टूडेंट्स का रिकार्ड सीबीआई को भेज दिया है। सीबीआई ने कॉलेज प्रशासन से साल 2007 से 2013 तक के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स की जानकारी मांगी थी। इस हफ्ते छात्र अनुभाग से इन सालों में आए 1300 से ज्यादा स्टूडेंट्स का रिकार्ड भेज दिया है।