कानपुर (ब्यूरो)। कर्नलगंज में पूजा करने के दौरान दीपक की लौ महिला की साड़ी में छू गई। देखते ही देखते महिला आग का गोला बन गई। शोर सुनकर बहू कमरे से आई तो सास को देख चीख उठी। किसी तरह इलाकाई लोगों की मदद से उन्हें उर्सला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बहू और पोते के साथ रहती थीं
चुन्नीगंज निवासिनी 67 साल की सोनी गुप्ता हाउस वाइफ थीं। बेटे हृदयेश गुप्ता ने बताया कि वह बांदा में नौकरी करते हैैं औरवहीं रहते हैं। दूसरा भाई रितेश गाजियाबाद व तीसरा शिवम नोएडा में नौकरी करते हैं। घर पर उनकी मां, पत्नी व बेटा रहते थे। गुरुवार सुबह रोज की तरह मां पूजा करने के लिए भगवान के कमरे में गईं। भगवान के सामने दीया जलाया। तभी उनकी साड़ी में दीया छू गया। देखते ही देखते वह आग का गोला बन गईं।
मच गया कोहराम
जान बचाने के लिए सोनी कमरों में इधर उधर भागने लगीं। शोर सुनकर हृदयेश की पत्नी दौड़ी तो वहां का नजारा देख चीख उठीं। किसी तरह कपड़ा डालकर आग बुझाई। इसके बाद फोन कर फैमिली मेंबर्स को जानकारी दी। इलाकाई लोगों और पुलिस की मदद से उर्सला की बर्न यूनिट पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने शाम पांच बजे सोनी को मृत घोषित कर दिया गया। कर्नलगंज प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दीये की लौ से आग लगने से बुजुर्ग पूरी झुलस गईं थी। उर्सला में उपचार के दौरान मौत हो गई।