भारत और रूस की छठी वरीय जोड़ी ने तीन घंटे और पांच मिनट चले मैराथन क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अमेरिकी जोड़ी को 6.3, 5.7, 7.6 से हराया।
सानिया अपने कैरियर में दूसरी बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के महिला युगल सेमीफाइनल में पहुंची है. यह भारतीय खिलाड़ी 2011 में वेसनीना के साथ ही विम्बलडन सेमीफाइनल में पहुंची थी लेकिन इस जोड़ी को क्वेटा पेश्के और कैटरीन सरेबोटनिक की जोड़ी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
सानिया और वेसनीना की जोड़ी को खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए अब स्वेतलाना कुज्नेत्सोवा और वेरा ज्वोनारेवा की रूसी जोड़ी से भिडऩा है।
एक अन्य सेमीफाइनल सारा इरानी और रोबर्टा विन्ची तथा आंद्रिया हलावाकोवा और लूसी हरादेका की सातवीं वरीय जोड़ी के बीच खेला जाएगा।
तीसरा और निर्णायक सेट 93 मिनट तक चला जो पहले दो सेट के कुल समय से भी अधिक है. सानिया और एलेना ने तीसरे सेट में आठ ब्रेक प्वाइंट बचाए। इस जोड़ी ने इस दौरान दो बार विरोधी की सर्विस तोड़ी जबकि दो बार अपनी सर्विस गंवाई।
मैच टाईब्रेक में भी दोनों जोडिय़ों के बीच काफी करीबी मुकाबला देखने को मिला लेकिन सानिया और एलेना ने धैर्य कायम रखते हुए बाजी मार ली।
इस बीच जूनियर वर्ग में रुतुजा भोसले ने इंडोनेशिया की अलदिला सुतजियादी के साथ मिलकर पिछडऩे के बाद वापसी करते हुए बालिका युगल के अंतिम आठ में जगह बनाई। इस जोड़ी ने नाइकता बेंस और डेनिएली वागलैंड की आस्ट्रेलियाई जोड़ी को 5 । 7, 6 । 2, 10 । 5 से हराया।
रुतुजा और अलदिला को अगले दौर में रोमानिया की मारिया बारा और लातविया की एलेना ओस्तापेंको की जोड़ी का सामना करना है जिन्हें हालैंड की इंडी डि व्रूम और एस्टोनिया की आनेट कोंटोवेट की दूसरी वरीय जोड़ी के खिलाफ वाकओवर मिला।