- जीमोन सिक्वेसिंग के लिए केजीएमयू भेजे गए थे 5 सैंपल
- 3 हो गए खराब, दो की रिपोर्ट का हो रहा इंतजार
KANPUR: सिटी में कोरोना का कौन सा स्ट्रेन मौजूद है फिलहाल इसका पता लगना मुश्किल हो गया है क्योंकि यहां से भेजे गए सैंपल खराब हो गए हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब से कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पहचान के लिए पांच सैंपल भेजे गए थे। इनमें से तीन सैंपल खराब हो गए। जबकि दो सैंपलों की रिपोर्ट का अभी इंतजार है।
18 मार्च को भेजे थे सैंपल
जो तीन सैंपल खराब हुए उन्हें 18 मार्च को जांच के लिए भेजा गया था। इसके बाद 22 मार्च को फिर दो सैंपल केजीएमयू भेजे गए। इनकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है। गौरतलब है की यूपी में अभी तक मेरठ में ही कोरोना वायरस के यूके स्ट्रेन के मरीज मिले हैं। जबकि देश में अब तक कोरोना वायरस के यूके और साउथ अफ्रीका स्ट्रेन के मरीज मिल चुके हैं।
15 मार्च के बाद से बढ़े पेशेंट
कानपुर में भी 15 मार्च के बाद से कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। जिसमें बाद जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में बनी कोविड लैब से 5 लोगों के सैंपल कोरोना वायरस के स्ट्रेन की पहचान के लिए केजीएमयू भेजे गए थे।
रिजेक्ट हो गए सैंपल
जीमोन सिक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल भेजने के दौरान भी कुछ बातों का ध्यान रखा जाता है। जिन मरीजों की आरटीपीसीआर जांच में उनमें वायरल लोड ज्यादा मिलता है। उनके सैंपल ही जीमोन सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाते हैं। मिनिमम 25 सीटी तक के वायरस लोड वाले सैंपलों की जांच में ही स्ट्रेन की पहचान हो पाती है। कोविड लैब के इंचार्ज की ओर से जानकारी दी गई कि दो सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार है। तीन सैंपलों की जांच में टेक्निकल प्रॉब्लम आई थी।