हालांकि ह्यूमन राइट्स वॉच संस्था के फ्रेड एब्राहम्स के अनुसार सैफ़ अल-इस्लाम ने अभी तक अपने साथ किसी भी बदसलूकी की शिकायत भी नहीं की है। फ्रेड एब्राहम्स ने लीबिया के अधिकारीयों से अपील की है कि सैफ़ अल-इस्लाम को 'जल्द से जल्द' एक वकील प्रदान किया जाए।
सैफ़ अल-इस्लाम को पिछले महीने तब गिरफ़्तार कर लिया गया था जब वे कथित तौर पर लीबिया से फ़रार होने की कोशिश कर रहे थे। फ्रेड एब्राहम्स ने बीबीसी को बताया कि लीबिया के अधिकारियों ने उन्हें ज़िंतान शहर में सैफ़ अल-इस्लाम से एकांत में मुलाक़ात करने के लिए आधे घंटे का समय दिया था। अपनी गिरफ़्तारी के बाद सैफ़ अल-इस्लाम ज़िंतान शहर में हिरासत में रखे गए हैं।
'सैफ़ की सेहत अच्छी'
लीबिया के पूर्व शासक कर्नल गद्दाफ़ी के शासनकाल के बाद हुई गिरफ्तारियों में सैफ़ अल-इस्लाम की गिरफ़्तारी सबसे अहम बताई जा रही है.फ्रेड एब्राहम्स ने बीबीसी को इस बात की भी जानकारी दी है कि गिरफ़्तारी के बाद सैफ़ अल-इस्लाम के हाथ में लगी एक चोट का क़रीब तीन हफ़्ते पहले एक सफल ऑपरेशन भी हुआ है और फ़िलहाल उनकी सेहत 'अच्छी' है।
उन्होंने यह भी बताया कि लीबिया के नए शासन के अधिकारीयों ने उन्हें जानकारी दी है कि सैफ़ अल-इस्लाम को जैसे ही राजधानी त्रिपोली में एक सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा वैसे ही उन्हें एक वकील भी मिल सकेगा।
हालांकि फ्रेड एब्राहम्स ने इस बात का भी उल्लेख किया कि उन्हें सैफ़ से मिलने के बाद लगा कि 'शायद उन्हें अभी तक इस बात का पूरा अंदाजा नहीं लग सका है कि अब वे देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक नहीं रहे'।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के मुख्य अभियोजक ने कहा था कि लीबिया के पूर्व शासक मुअम्मर गद्दाफ़ी की मौत जिन परिस्थितियों में हुई वो ‘युद्ध अपराध होने का शक़’ पैदा करती है। सिर्त में विद्रोहियों की सेना के हाथों पकड़े जाने के बाद कर्नल मुअम्मर गद्दाफ़ी को 20 अक्तूबर को मार दिया गया था।
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