KANPUR: सिटी में कोरोनावायरस इंफेक्शन की चेन तोड़ने के लिए आरटीपीसीआर जांच की रफ्तार बढ़ा दी गई है। पिछले दो दिनों से यह रफ्तार 4500 से अधिक हो गई है। ट्यूजडे को तो 4754 सैंपल्स की जांच की गई, जो संभवत: अप्रैल में ही नहीं इस वर्ष की सर्वाधिक आरटीपीसीआर जांच है। बता दें कि आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव आने पर ही पेशेंट को हॉस्पिटल में एडमिट किया जाता है।

शासन के भी हैं निर्देश

दरअसल सिटी में कोरोना वायरस का हमला तेज है। ट्यूजडे को छोड़ दिया जाए तो इससे पहले लगातार चार दिनों तक हर दिन 2 हजार से अधिक संक्रमित मिले। इसलिए कांट्रैक्ट ट्रेसिंग कर कोरोना वायरस इंफेक्शन की रफ्तार तोड़ना जरूरी है। शासन भी लगातार आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने के निर्देश दे रहा है। शायद यही वजह है कि आरटीपीसीआर जांच बढ़ाई जा रही है।

एंटीजेन टेस्ट की रफ्तार घटी

आरटीपीसीआर जांच की रफ्तार तो बढ़ गई है, लेकिन एंटीजेन टेस्ट घटते जा रहे हैं। 27 अप्रैल यानि मंगलवार को केवल 2181 लोगों का एंटीजेन टेस्ट किया गया। इससे पहले 25 अप्रैल को तो केवल 1471 लोगों का ही एंटीजेन टेस्ट किया गया जो इस वर्ष की सबसे कम संख्या हैं। इसी महीने 16 अप्रैल को 5385 लोगों की जांच एंटीजेन से की गई थी। एंटीजेन टेस्ट में पॉजिटिव होने पर कंफर्र्मेशन के लिए आरटीपीसीआर जांच की जाती है।

अप्रैल में हुए कोरोना टेस्ट

डेट एंटीजेन आरटीपीसीआर

27 -- 2181-- 4754

26 -- 2259-- 4547

25 -- 1471-- 3678

24 -- 2761-- 4492

23 -- 2831-- 4035

22 -- 2811--4366

21 -- 2137-- 3765

20 -- 2620-- 3725

19 -- 4062-- 3410

18-- 3950--3125

17-- 4517-- 3913

16-- 5385-- 3042