- आरटीओ ऑफिसर्स की मिलीभगत से ऑफिस के आसपास के कैफे संचालक डीएल अप्लाई व अन्य कामों के लिए कर रहे वसूली
KANPUR। आरटीओ से करप्शन कम करने के लिए गवर्नमेंट ने डीएल से लेकर सभी आवेदन ऑनलाइन कर दिए हैं। इसके बावजूद आरटीओ के कुछ आफिसर्स की मिलीभगत से कैम्पस के आसपास कुछ इंटरनेट कैफे में सामानांतर आरटीओ चल रहा है। जहां व्हीकल्स से संबधित सभी तरह के काम का ठेका लिया जाता है। कैफे संचालक (दलाल) एप्लीकेंट्स से लर्निग डीएल के लिए ऑनलाइन अप्लाई से लेकर हर काम करने का मनचाहा पैसा वसूल रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रीडर की शिकायत पर डीजे आईनेक्स्ट ने सैटरडे को रियलिटी चेक कर हकीकत जानी तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए।
हर काम की एक्स्ट्रा फीस
कोयला नगर निवासी बबिता यादव ने बताया कि लर्निग डीएल बनाने के लिए कई दिनों तक ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद भी स्लॉट खाली नहीं मिला। इस पर वह सैटरडे को आरटीओ के पास स्थित पार्क के पास एक कैफे संचालक के पास गई। तो उसने लर्निग डीएल की सरकारी फीस 350 रुपए के अलावा 250 रुपए एक्स्ट्रा लेकर स्लॉट बुक कर दिया।
ऐसे होता है स्लाॅट का खेल
कानपुर आरटीओ आफिसर्स ने लर्निग डीएल की ऑनलाइन एप्लाई की स्लॉट 60 दिनों पर लॉक कर दिया। जबकि लखनऊ आरटीओ में एप्लीकेंट्स तीन से चार माह बाद तक की स्लॉट बुक कर सकते हैं। रात 12 बजे के बाद डेट चेंज होते ही डेली की 300 स्लॉट ओपन होती है। जिसे कैफे संचालक तुरंत बुक कर लेते हैं। सुबह होते-होते वेबसाइट पर निल स्लॉट शो करने लगता है। एप्लीकेंट्स को पता नहीं होता है कि रात में 300 स्लॉट ओपन होती है। कैफे संचालकों के इसी खेल में फंसकर एप्लीकेंट्स मजबूरन एक्सट्रा फीस लेकर स्लॉट बुक करा देता हैं।
हर काम का पूरा ठेका लेते
आरटीओ परिसर के आसपास कुछ कैफे में हर वक्त दलाल इकट्ठा रहते हैं। जहां न्यू डीएल एप्लाई से लेकर डीएल रिन्युअल, व्हीकल फिटनेस, डुप्लीकेट आरसी समेत सभी काम की ऑनलाइन फीस काटने के साथ पूरा काम करने का ठेका भी लिया जाता है। जिसके कुछ वीडियों दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास रीडर द्वारा भेजे गए है।
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350 रुपए है टू व फोर व्हीलर के लर्निग डीएल की सरकारी फीस
200 से 300 रुपए ऑनलाइन डीएल एप्लाई करने की फीस ले रहे कैफे संचालक
60 दिनों में लॉक कर रखी है लर्निग डीएल की स्लॉट
12 बजे रात के बाद डेट चेंज होने के बाद 300 स्लॉट खुलती है
300 स्लॉट डेली लर्निग डीएल की हैं।
'' मैनपॉवर व कम्प्यूटर सिस्टम की कमी है। इसके लिए मुख्यालय से 2 अतिरिक्त कम्प्यूटर सिस्टम एलॉट कर दिए गए हैं। उनके आते ही डेली के स्लॉट बढ़ा दिए जाएंगे.''
उदयवीर सिंह, एआरटीओ, प्रशासन