-निक्षय पोषण स्कीम के तहत हर महीने खाते में आएगी रकम
KANPUR: सिटी में अब टयूबर क्लोसिस का इलाज प्राइवेट डॉक्टर से कराएंगे तो भी पेशेंट के खाते में हर महीने 500 रुपए आएंगे। इसका फायदा पेशेंट के साथ प्राइवेट ट्रीटमेंट करने वाले डॉक्टर को भी मिलेगा। डॉक्टर को टीबी पेशेंट का इलाज शुरू करने और इलाज पूरा करने की सूचना देने पर सीधे खाते में 500-500 रुपए मिलेंगे। टीबी कंट्रोल प्रोग्राम के तहत चल रही पोषण स्क्रीम के तहत कैश बेनिफि मिल रहा है।
कैसे कर सकते हैं आवेदन?
कैश बेनिफिट नहीं मिल रहा है। तो पेशेंट सीधे सिविल लाइंस स्थित डीटीओ आफिस या अपने घर के नजदीकी डॉट सेंटर पर भी इसकी जानकारी दे सकता है। पेशेंट की सहमति के बाद उसके बैंक अकाउंट की पासबुक और आधार कार्ड की कापी देनी होती है। हर महीने 500 रुपए की रकम पेशेंट के खाते में 6 से 11 महीने तक आती रहती है।
6 महीने तक इलाज
डीटीओ डॉ। अयोध्या प्रसाद मिश्र ने जानकारी दी कि टीबी पेशेंट्स का सामान्य तौर पर 6 महीने तक इलाज चलता है। हर महीने पेशेंट के खाते में 500 रुपए ट्रांसफर किए जाते हैं। सामान्य टीबी पेशेंट के अलावा अगर एमडीआर टीबी का पेशेंट है तो उसका इलाज आमतौर पर 9 से 11 महीने तक चलता है। पहली किश्त दो महीनों के हिसाब से 1 हजार रुपए आती है इसके बाद हर महीने 500 रुपए आते रहते हैं।
डेटा पर एक नजर
- 5474 नए टीबी पेशेंट्स का इलाज हुआ 2020 में
- 79.58 लाख की रकम टीबी पेशेंट्स के खातों में ट्रांसफर की गई
- 15,543 टीबी पेशेंट्स थे सिटी में 2020 में