कानपुर ( ब्यूरो) 92 साल के बलराम सिंह रिटायर्ड पुलिस कर्मी हैैं। उनका इंडियन बैैंक में अकाउंट है। पौत्री क्रांति की 18 अप्रैल को शादी है। वे बेटे मुन्ना सिंह के साथ रुपये निकालने बाइक से बैैंक आए थे। मुन्ना सिंह निजी कंपनी में काम करते हैैं। पीडि़त ने पुलिस को बताया कि वे साढ़े 12 बजे के आसपास बैैंक में आए थे। विड्राल भरने के दौरान एक व्यक्ति उनके पास आया और फार्म भरने में मदद करने को कहा। मददगार समझकर उन्होंने फार्म भरवा लिया और वे कैश काउंटर पर पहुंच गए। यहां भी वही व्यक्ति पहुंच गया और पास में खड़ा होकर कैशियर से बातें करने लगा। पीडि़त के मुताबिक वह पहले भी कैशियर से बात कर रहा था लिहाजा उन्होंने समझा कि वह बैैंक कर्मी है।

बेटे को फोटो कॉपी के लिए भेजा
बलराम सिंह ने बताया कि आरोपी ने उनके बेटे मुन्ना सिंह को आधार कार्ड की फोटो कॉपी कराने के लिए भेज दिया। इसी दौरान उनका पेमेंट हो गया। रुपये लेकर वे कुर्सी पर बैठे थे कि आरोपी आ गया। उसने बलराम सिंह से रुपये गिनने को कहा और हेल्प करने के लिए पड़ोस में बैठ गया। बुजुर्ग बलराम सिंह के इधर उधर देखने पर टप्पेबाज को मौका मिल गया और वह रुपये लेकर फरार हो गया। जब मुन्ना फोटो कॉपी कराकर वापस आया तो पिता ने उसे साथ हुई घटना की जानकारी दी। काफी देर तलाशने पर भी जब आरोपी नहीं मिला तो पीडि़त ने पुलिस को सूचना दी।

बैैंक के अंदर टप्पेबाजी की घटना हुई है, सीसीटीवी फुटेज से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी।
प्रमोद कुमार, डीसीपी ईस्ट