कानपुर ( ब्यूरो) पुलिस कर्मी उसे लेकर थाने आए। उसकी वर्दी पर पंकज जाडोना लिखी नेम प्लेट का बैज, मैरून रंग की वर्दी वाली टोपी जिस पर पैराशूट रेजीमेंट का ताज लगा है। लाल रंग का बलिदानी लिखा बैज, वर्दी की बांह में लगाने वाला स्पेशल फोर्स का बैज, दो आधार कार्ड, सेना का आईकार्ड, फोर्स का जूता आदि बरामद हुआ है। थाने लाने पर आरोपी ने सबसे पहले बैठने के लिए कुर्सी और कायदे से बात करने के लिए कहा। उससे बिठाकर बातचीत की गई। सेना और बटालियन की जानकारी की गई। इस दौरान वह गूगल से जानकारी लेकर बताता रहा।

काफी देर बाद टूटा पंकज
एसीपी कल्याणपुर ने जब पंकज से देर तक बात की तो वह अपनी ही बातों में फंस गया। इसके बाद पूछताछ के दौरान वह एक के बाद एक गलती करता चला गया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसने आगरा कैंट में वर्दी की दुकान से वर्दी और बैज आदि खरीदा था। वर्दी पहन कर निकलने पर उसे रास्ते मेें लोग लिफ्ट दे देते थे। ट्रेन में भी रेलवे का स्टाफ उससे टिकट नहीं मांगता था। रोडवेज में भी कोई जल्दी परेशान नहीं करता था। वर्दी पहनकर पंकज घूमता रहता था। इस दौरान सेना की तैयारी कर रहे लोगों को भी भर्ती के नाम पर ठगता था।

रौब जमाने को इस्तेमाल की वर्दी
पंकज ने बताया कि वह लोकल कनवेंस बचाने के लिए भी वर्दी का इस्तेमाल करता था। एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपी वर्दी का रौब गांठता था। वहीं लोगों से भर्ती के नाम पर ठगी करता था। आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। एटा के संबंधित थाने से क्रिमिनल हिस्ट्री की जानकारी जुटाई जा रही है।