कानपुर (ब्यूरो)। रोडवेज बसों में आए दिन होने वाली आग की घटनाओं को देखते हुए डिपार्टमेंट ने कानपुर रीजन समेत पूरे प्रदेश में फायर सेफ्टी ड्रिल चलाने का फैसला लिया है। जिसके तहत डिपो में बसों के वायर, ज्वाइंट, सेल्फ अल्टीनेटर को चेक कर उनको दुरुस्त किया जा रहा है। ऐसा इसलिए कि गर्मी में बसों में आग लगने का मेन कारण वायर ज्वाइंट की स्पार्किंग से निकलने वाली चिंगारी है। जो इंजन आसपास फैले आयल में गिर कर विकराल रूप ले लेती है। सेफ्टी ड्रिल में बसों के वायर पर विशेष ध्यान देकर बदलने के साथ ज्वाइंट न के बराबर रखा जा रहा है।
सेल्फ का अल्टरनेटर सबसे महत्वपूर्ण
रोडवेज आरएम लव कुमार ने बताया कि बसों में आग लगने का कारण वायर के साथ सेल्फ के अंदर होने वाला अल्टरनेटर भी होता है। जो अधिक समय के बाद ढीला हो जाता है और सेल्फ मारने के दौरान उसमें स्पार्क होने की वजह से आग लगने की आशंका बढ़ जाती है। इस लिए बस के स्टेरिंग केबिन में पुराने वायर व उनके ज्वाइंट के साथ सेल्फ के अल्टरनेटर को भी चेक किया जा रहा है। अल्टरनेटर पुराने होने पर उनको चेंज कर दिया जाता है।
कानपुर रीजन में वर्तमान में 600 नॉन एसी व एसी बसें हैं।
- 200 बसों में वायर, वायर ज्वाइंट में टेपिंग व अल्टरनेटर को चेंज किया गया
- शेष बची बसों में अगले सप्ताह तक दुरुस्त कर दिया जाएगा।
- बसों के कंडक्टर को भी फायर कंट्रोल की रिफ्रेश ट्रेनिंग दी जा रही है।
- उनको बसों में मौजूद फायर कंट्रोल सिलेंडर को हैंडिल करना सिखाया जा रहा
यह घटनाएं हो चुकीं पहले
- रामादेवी में बीते दिनों एसी बस में लगी थी आग
- रावतपुर में बीते दिनों नॉन एसी बस में लगी थी आग
- झकरकटी बस अड्डे में तीन माह पूर्व एक बस में आग लग गई थी
- उन्नाव में चलती एसी बस में लग गई थी आग
- उत्तरीपुरा के पास चार माह पूर्व बस में लग गई थी आग
&& रोडवेज बसों में लगातार हो रही आग की घटनाओं को देखते हुए मुख्यालय के आदेशानुसार फायर सेफ्टी ड्रिल चलाकर बसों को दुरुस्त करने के साथ कंडक्टर को रिफ्रेश ट्रेनिंग दी जा रही है.&य&य
लव कुमार, आरएम, रोडवेज कानपुर रीजन