कानपुर (ब्यूरो) रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक तत्काल रूप से बढ़ाया गया किराया बसों में कंडक्टर मैनुअली पैसेंजर्स से वसूल रहे हंै। कंडक्टर के पास पुरानी टिकट मशीन है जो पुराना किराया ही प्रिंट कर रही है। जिसकी वजह से रूट में कंडक्टर को पैसेंजर्स के साथ बहस करनी पड़ रही है। टिकट मशीन को अपडेट कर नया किराया फीड किया जा रहा है। जिससे बढ़े हुए किराए के साथ ही मशीन से टिकट निकल सके।
एसी बस में 3 से 7 रुपए
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक कानपुर-लखनऊ रूट पर नॉन एसी बस में जर्नी करने पर पैसेंजर्स को दो से तीन रुपए अधिक देना होगा। वहीं कानपुर से लखनऊ के नॉन एसी बस में सफर करने के लिए तीन से सात रुपए अधिक किराया अब देना पड़ रहा है। इसके अलावा कानपुर से दिल्ली रूट की एसी बसों में 9 से 11 रुपए तक बढ़े हैं। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक फ्राइडे से टोल वाले रूटों में पैसेंजर्स से बढ़ा हुआ किराया लिया जा रहा है।
टोल न होने पर किराया कम
रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक कानपुर झकरकटी बस अड्डे से दो दर्जन से अधिक रूटों पर बसों का संचालन किया जाता है। उन्होंने बताया कि रोडवेज ने बस का किराया नहीं बढ़ाया है। टोल टैक्स बढऩे पर पैसेंजर्स से किराए के साथ बढ़ा हुआ टोल टैक्स लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिस रूट पर टोल टैक्स नहीं पड़ता है, उन रूट की बसों में अभी भी पैसेंजर्स से पुराना किराया लिया जा रहा है। कानपुर-लखनऊ, कानपुर-दिल्ली, कानपुर-गोरखपुर, कानपुर-वाराणसी आदि रूटों की नॉन एसी व एसी बसों की जर्नी मंहगी हुई है।
- कानपुर-दिल्ली, टू बाई टू एसी बस का किराया 802 रुपए, पहले था 793
-कानपुर-दिल्ली, थ्री बाई टू एसी बस का किराया 692 रुपए, पहले था 678
- कानपुर-दिल्ली नॉन एसी बस का किराया हुआ 535 रुपए, पहले था 531
टोल टैक्स बढऩे से लागत बढ़ गई है। मुख्यालय में बैठक कर उन रूट की बसों में किराया बढ़ाया गया है। जिस रूट में टोल टैक्स रोडवेज को देना होता है।
अनिल अग्रवाल, आरएम, रोडवेज