कानपुर(ब्यूरो)। अगर आप भी रोडवेज बस में सफर करने के लिए झकरकटी बस अड्डे जा रहे है तो अपने साथ पूरे दिन का खाना पानी बांध कर ही घर से निकलें। क्योंकि आपको अपने रूट की बस के इंतजार में कई घंटे लग सकते हैं। हो सकता है तीन से चार घंटे तक का वेट करना पड़े। जी हां, वर्तमान में बस अड्डे पर यही हालात हैं। क्योंकि 40 फीसदी से ज्यादा रोडवेस बसों को चुनावी ड््यूटी में लगा दिया गया है। ऐसे में पैसेंजर्स को अपनी बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। एक बस आते ही पैसेंजर्स उस पर टूट पड़ते हैं।

तीन से चार घंटे तक
बांदा निवासी श्यामकरन ने बताया कि वह अपने रिश्तेदार के यहां शादी में सम्मिलत होने के लिए संडे को कानपुर आए थे। मंडे की सुबह लगभग 10 बजे बांदा की बस पकडऩे के लिए झकरकटी बस अड्डे आए थे। इंक्वायरी ऑफिस में पूछने के बाद पता चला कि बांदा से जो बस कानपुर आएगी। वही वापस जाएगी। बस के इंतजार में श्यामकरन दोपहर एक बजे तक बैठे रहे लेकिन बस नहीं आई। इंक्वायरी ऑफिस में कई बार पूछा लेकिन वहां से कोई सही जानकारी नहीं मिली। यह समस्या सिर्फ श्यामकरन की नहीं बल्कि बस अड््डे में हर दूसरे पैसेंजर की थी।

अधिकारियों ने हाथ किए खड़े
रोडवेज बसों के चुनाव में लगने के बाद बसों की संख्या काफी कम होने की वजह से पैसेंजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पैसेंजर्स की इस समस्या पर जब रोडवेज के जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो सभी ने हाथ खड़े कर दिए। उनका कहना था कि बसों की संख्या 40 परसेंट कम हो चुकी है। वहीं सहालग की वजह से पैसेंजर लोड भी बढ़ा है। जिसकी वजह से यह परेशानी आ रही है। जब बसें ही नहीं है तो चक्कर भी बढ़ाए नहीं जा सकते हंै।

चुनाव तक रहेंगे यही हालात
रोडवेज अधिकारियों की मानें तो जब तक चुनाव ड्यूटी में लगी हुई बसें वापस अपने डिपो व रीजन में नहीं आती हैं तब तक पैसेंजर को इस समस्या से जूझना पड़ेगा। यह कहना गलत नहीं होगा कि फरवरी के लास्ट वीक तक रोडवेज बसों की यह किल्लत बनी रहेगी। चुनाव ड्यूटी से बसों के वापस आने के बाद ही रोडवेज बसों के पैसेंजर्स को राहत मिलने की उम्मीद है।

खड़ी बसों का होगा मेंटीनेंस
रोडवेज आरएम अनिल अग्रवाल ने बताया कि पैसेंजर्स की सुविधा को देखते हुए रीजन के विभिन्न डिपो में छोटी मोटी समस्या की वजह से खड़ी बसों को मरम्मत करा कर रूटों पर भेजा जाएगा। जिससे पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि कानपुर रीजन में टोटल 7 डिपो हैं। जिसमें 30 से अधिक बसों को चिन्हित किया गया है जो छोटी मोटी समस्या की वजह से खड़ी थीं। उनका मेंटीनेंस कर दो से तीन दिनों में रूटों पर भेजा जाएगा।


- 40 परसेंट बसें चुनाव ड्यूटी में गई
- 12 सौ से अधिक बसों का डेली आवागमन
- 600 से कम बसें अब आ रही हैं बस अड्डे पर
- 40 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
- 200 से अधिक बसें कानपुर रीजन की चुनाव ड्यूटी में

इन रूटों में अधिक मारा मारी
- बांदा
- गोरखपुर
- वाराणसी
- रायबरेली
- सीतापुर
- गोंडा
- हरदोई
- बहराईच
- सुल्तानपुर