- संडे की शाम तक मंडे की 50 परसेंट सीटें रिजर्व हो चुकी थीं, यह ट्रेन चलने से बिजनेसमैन, प्राइवेट सेक्टर के लोगों को होगा फायदा

- पैसेंजर्स को फिलहाल सिर्फ पैक्ड फूड आइटम ही मिलेंगे, पानी की बॉटल, ब्रेक फास्ट और इवनिंग टी नहीं मिलेगी

KANPUR। एक महीने के गैप के बाद कानपुर-दिल्ली रिवर्स शताब्दी वापस मंडे से ट्रैक पर दौड़ेगी। शताब्दी के बहाल होने से सबसे अधिक प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वाले इप्लाई और कानपुर के बिजनेसमैन को होगा। ज्यादातर बिजनेसमैन व दिल्ली में प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वाले कानपुराइट्स कानपुर से दिल्ली अप-डाउन करने के लिए रिवर्स शताब्दी का सहारा लेते हैं। यह कानपुर से सुबह 6 बजे रवाना होती है और दोपहर लगभग 12 बजे दिल्ली पहुंचा देती है। वापसी में यह ट्रेन दिल्ली से लगभग साढ़े तीन बजे चलती है और 9 बजे कानपुर पहुंचा देती हैं।

7 मई से थी कैंसिल

रेलवे ऑफिसर्स ने बताया कि संडे शाम तक शताब्दी में लगभग 50 परसेंट सीट बुक हो चुकी थीं। देर रात तक 70 परसेंट सीटें रिजर्व होने की संभावना है। बता दें कि कानपुर-दिल्ली रिवर्स शताब्दी को 7 मई को कैंसिल कर दिया गया था।

पांच दिनों में दोगुने पैसेंजर्स

कानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया की बीते एक सप्ताह में कानपुर से दिल्ली जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या लगभग दो गुनी बढ़ गई है। लॉकडाउन में यह संख्या 200 के करीब थी जो अब 400 से ज्यादा है। मंडे से और भी पैसेंजर्स बढ़ने के आसार हैं।

ब्रेक फास्ट का पैसा हटाया

सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि फिलहाल पैक्ड आइटम ही मिलेगा। वेंडर से प्रिंट रेट पर यह मिल जाएगा। पहले रिवर्स शताब्दी में पैसेंजर्स को पानी व ब्रेक फास्ट मिलता था। वापसी में पानी, इवनिंग टी और नाश्ता मिलता था। इसका चार्ज टिकट में जुड़ा हुआ था। लेकिन अब टिकट से कैटरिंग का निर्धारित पैसा भी हटा दिया गया।

कोट

कानपुराइट्स की सुविधाओं को देखते हुए रेलवे ने कानपुर-दिल्ली रिवर्स शताब्दी का संचालन मंडे से शुरू करने का फैसला लिया है। इससे सैकड़ों कानपुराइट्स को काफी राहत मिलेगी।

हिमांशु शेखर उपाध्याय, डायरेक्टर, सेंट्रल स्टेशन