-ऑनलाइन रिजर्वेशन चार्ट पर दिखेगी ट्रेन की खाली बर्थ, वेटिंग टिकट वाले पैसेंजर्स जर्नी के दौरान करा सकेंगे रिजर्व
- रेलवे बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से शुरू की नई योजना, आईआरसीटीसी देगा यह सुविधा, रेल मंत्री ने भी किया कंफर्म
KANPUR। रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद भी ट्रेन में कई बर्थ खाली रह जाती हैं। वेटिंग टिकट वाले पैसेंजर्स को इसका पता नहीं चल पाता है और टीटीई खाली बर्थ अपने मुताबिक, किसी को भी अलॉट कर देते हैं। जबकि इन बर्थ पर पहला हक वेटिंग टिकट वाले पैसेंजर्स का है। इस समस्या को खत्म करने के लिए रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट को ऑनलाइन डिस्प्ले कर दिया है। जिसके जरिएवेटिंग टिकट वाले पैसेंजर्स जर्नी के दौरान ही स्मार्ट मोबाइल फोन से खाली बर्थ की जानकारी लेकर रिजर्वेशन भी करा सकता है। रेलवे ने यह सेवा सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी लाने के लिए शुरू की है।
रेल मंत्री के ट्वीटर पर
रेल पैसेंजर्स की सुविधा के लिए शुरू की गई इस सेवा की जानकारी खुद रेलमंत्री ने अपने ट्वीटर पर दी है। अब पैसेंजर्स अपने स्मार्ट फोन पर बैठे-बैठे ट्रेन की खाली बर्थ की जानकारी ले सकता है। इस फैसिलिटी का फायदा सबसे अधिक वेटिंग टिकट वाले पैसेंजर्स को मिलेगा।
ऐसे ले सकते यह फैसिलिटी
आईआरसीटीसी पीआरओ सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि ट्रेन की खाली बर्थ की जानकारी आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर पैसेंजर्स को मिलेगी। उदाहरण के तौर पर जैसे पैसेंजर दिल्ली से हावड़ा जाना है लेकिन रिजर्वेशन नहीं हो पाया है। इस कंडीशन में पैसेंजर आईआरसीटीसी की वेबसाइट में जाकर ट्रेन नंबर, डेट व बोर्डिग स्टेशन का नाम डालना होगा। जिसके बाद वेबसाइट का पेज खुल जाएगा। उसमें किस कोच में कितनी बर्थ खाली है। इसकी इंफार्मेशन मिल जाएगी। जानकारी लेने के बाद पैसेंजर्स कोच के टीटीई से खाली बर्थ एलॉट करने का आवेदन कर सकता है।
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कुलियों के साथ मिलकर कर देते थे सेल
रेलवे की शुरू की गई इस नई सेवा के बाद टीटीई कुलियों के साथ मिलकर ट्रेनों की खाली बर्थ को ओवरचार्ज लेकर रिजर्वेशन नहीं कर सकेंगे। सोर्सेज के मुताबिक अभी तक ट्रेन का रिजर्वेशन चार्ट सिर्फ टीटीई के पास होता था। जिसकी वजह से ट्रेन में कितनी बर्थ खाली है, यह पैसेंजर्स को पता नहीं चल पाता है। इसका फायदा उठाते हुए टीटीई विभिन्न स्टेशनों पर कुलियों से मिलकर उन बर्थ को अधिक पैसा लेकर एलॉट कर देते थे। यह सेवा शुरू हो जाने से उनका खेल नहीं चल पाएगा।
एक नजर में
- 3 लाख से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन
- 386 ट्रेनों का डेली आवागमन
- 30 से अधिक स्पेशल ट्रेनें फेस्टिवल सीजन में चलती है
- 40 से अधिक ट्रेनें झांसी, मुम्बई रूट की
'' पैसेंजर्स की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इस फैसिलिटी को रेलवे बोर्ड ने शुरू किया है। इससे लाखों रेल पैसेंजर्स को काफी रिलीफ मिलेगी।
सिद्धार्थ सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर