कानपुर (ब्यूरो)। ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) 2025 के लिए आवेदन शुरू हो गए है। इच्छुक स्टूडेंट 26 सितंबर तक आवेदन कर सकते है। इसके बाद सात अक्टूबर तक लेट फीस के साथ आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। गेट की ओर से वेबसाइट मे दी गई जानकारी के अनुसार एक, दो, 15 और 16 फरवरी को एग्जाम कराया जाएगा। 19 मार्च को रिजल्ट डिक्लेयर होना है। इस बार गेट का आयोजन आईआईटी रुड़की की ओर से किया जा रहा है।

सिलेबस, एग्जाम पैटर्न, पुराने पेपर और कोड वेबसाइट में अवेलेबल

गेट में पार्टिसिपेट करने वाले स्टूडेंट्स को सारी इंपार्टेट इंफार्मेशन वेबसाइट पर मिल जाएगी। वेबसाइट में सब्जेक्ट वाइस सिलेबस, एग्जाम पैटर्न, पेपर कोड समेत सारी जानकारी अपलोड है। इसके अलावा पेपर का पैटर्न समझने के लिए साल 2019 से 2024 तक के क्वेश्चन पेपर को भी आप वेबसाइट से देख और डाउनलोड कर सकते है।

यूपी के नौ शहरों में

गेट के आयोजन में आईआईटी कानपुर को जोन पांच की जिम्मेदारी मिली है। जोन पांच में एमपी के पांच और यूपी के नौ शहर एग्जाम सिटी में शामिल है। यूपी में कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर और झांसी है। इसके अलावा एमपी में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और सतना में एग्जाम होंगे। बताते चलें कि यह एग्जाम सिटी जोन पांच के है।

क्या है गेट और इसके फायदे

गेट के एग्जाम आमतौर पर बीटेक स्टूडेंट्स देते है। इसको पास करने के बाद स्कोर के आधार पर आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी और यूनिवर्सिटी में एमटेक कोर्स में एडमिशन मिलता है। इसके अलावा कई पीएसयू कंपनी गेट पास स्टूडेंट्स को स्कोर के आधार पर नौकरी देती या वरीयता देती हैैं। कई कंपनीज तो बीटेक के बाद गेट पास को ही नौकरी पर रखती है। इसके अलावा बीआर्क, बीएस, एमएससी और एमई समेत कई कोर्स के स्टूडेंट गेट देते है। कई यूनिवर्सिटीज गेट पास को पीएचडी में एडमिशन के समय आम स्टूडेंट्स की अपेक्षा वरीयता दी जाती है।