कानपुर(ब्यूरो)। पनकी पावर प्लांट की निर्माणाधीन यूनिट का 85 परसेंट काम पूरा हो गया है। अब बायलर को लाइटअप करने की तैयारी चल रही है। इसके तहत आग जलाकर बायलर की कैपेसिटी चेक की जाएगी। 31 जुलाई तक इस कार्य को पूरा करने का टारगेट रखा गया है। बॉयलर में पहले आयल फायङ्क्षरग और फिर कोल फायङ्क्षरग की जाएगी। इसमें सफलता मिलने के बाद दिसंबर तक प्लांट में पॉवर जेनरेशन शुरू हो जाएगा।
660 मेगावाट की
पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावाट की नई यूनिट की आधारशिला वर्ष 2019 में प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 80 हेक्टेयर में बन रहे प्लांट का निर्माण भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड करा रही है। 5816.70 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट का काम कोरोना वायरस इंफेक्शन की वजह से वर्ष 2020 व 2021 में प्रभावित रहा। जनवरी 2022 में प्रोजेक्ट कम्प्लीट होना था। इस बीच लेटलतीफी और मैटेरियल व इक्विपमेंट्स के रेट बढऩे से प्रोजेक्ट कास्ट 912.5 करोड़ रुपये बढ़ गई।
किया जाएगा ट्रायल रन
हालांकि ऑफिसर 85 परसेंट काम पूरा हो जाने के दावे कर रहा है। बायलर को इसी माह लाइटअप किया जाएगा.आयल और कोल फायङ्क्षरग की जाएगी। इसके बाद सिक्रोनाइज यानी समकालिक किया जाएगा। इसके तहत पावर प्लांट का ग्रिड से तालमेल बिठाया जाएगा। ट्रायल रन के बाद दिसंबर तक यहां उत्पादन शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रोजेक्ट पर नजर
660 मेगावाट पावर प्लांट
स्थान--पनकी पॉवर हाउस
टोटल एरिया-80 हेक्टेयर
प्रोजेक्ट कास्ट-- 5816.7 करोड़ रु।
कम्प्लीशन टारगेट- जनवरी,2022
कास्ट बढ़ी-- 912.5 करोड़ रु।
काम शुरू हुआ- वर्ष 2019
प्रोग्र्रेस रिपोर्ट- 85 परसेंट