कानपुर (ब्यूरो) ग्रामीणों के मुताबिक हत्यारोपी रणधीर ङ्क्षसह यादव की पारिवारिक चाची 2015 में ग्राम प्रधान बनी थी। जिसके बाद वह प्रधान पुत्र रतन ङ्क्षसह यादव के साथ चलने लगा था। रतन के साथ उसने थाने और चौकी में पैठ बनाई। धीरे-धीरे पुलिस को गुडवर्क कराकर करीबियां बढ़ाई। 2019 में बिधनू थाने के दारोगा सुभाषचंद्र यादव को मझावन चौकी प्रभारी बनाया गया। रणधीर ने चौकी पुलिस को कमाई कराई। इतना ही नहीं खुद झगड़ा करके रुपये छीनता और पीडि़त को चौकी पुलिस से पकड़वाता था। पुलिस भी डरा धमका कर उसे छोड़ देती थी।

मुकदमे मेें फंसाने की देता धमकी

ग्रामीणों का आरोप है कि आरोपी रणधीर ने मजदूर को छेडख़ानी के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर पकड़वाया था। पुलिस ने छोडऩे की एवज में 20 हजार रुपयों की मांग की थी। रुपये न मिलने पर दो दिन बाद उसे छोड़ा था। रणधीर ने जितेंद्र पाल के कार्यकाल में मृतका संग छेडख़ानी की थी। तहरीर पर मारपीट की धाराओं कार्रवाई कर मामला दबा दिया गया था। इसके बाद एसएन शुक्ला और उसके बाद कुलदीप यादव के कार्यकाल में भी उसका चौकी में दखल रहा।

परिजनों ने शव रखकर हंगामा

बिधनू मझावन चौकी क्षेत्र के अटवा मिर्जापुर में सीमा यादव नृशंस हत्या के मामले में बुधवार सुबह परिजन फरार चार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी तक शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने 24 घंटे में सभी की गिरफ्तारी का भरोसा दिया। जिसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव ले गए।

ये थी वारदात

अटवा मिर्जापुर निवासी किसान कदम ङ्क्षसह यादव की 22 साल की बेटी सीमा यादव की पड़ोसी युवक रणधीर ङ्क्षसह यादव ने गड़ासे से वार कर नृशंस हत्या कर दी थी। पुलिस ने गांव के पारिवारिक सदस्य पन्नालाल के बेटे अनिल यादव के घर से हत्यारोपी रणधीर को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद रात 11 बजे चीत्कार के बीच सीमा का शव गांव पहुंचा। पूरी रात परिजन कभी शव से लिपटकर रोते बिलखते तो कभी आक्रोशित होकर हत्यारोपियों को गाली गलौज करते हुए कोसने लगते।

साढ़े पांच घंटे तक चला हंगामा

सुबह 5:30 बजे पुलिस अंतिम संस्कार की तैयारी की बात कहने लगी। जिस पर परिजन आक्रोशित हो गए और हत्यारोपियों के साथ पुलिस को भी बुरा भला कहा। परिजनों ने ग्रामीणों फरार चार हत्यारोपियों सरनाम, शिवम, रतन और अनिल को भी गिरफ्तार करने की मांग की। परिजन गिरफ्तारी न होने तक शव के अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया और सडक़ पर शव रखकर हंगामा करने लगे। बवाल की आशंका पर थाना पर प्रभारी योगेश कुमार ङ्क्षसह ने हनुमंत विहार, साड़, घाटमपुर की फोर्स के साथ एक प्लाटून पीएसी बुला ली। करीब साढ़े पांच घंटे के हंगामे के बाद पुलिस ने एक और हत्यारोपी अनिल को भी गिरफ्तार करने के साथ 24 घंटे में सभी को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया।

सिद्धनाथ घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

10:30 पर परिजन शव लेकर जाजमऊ सिद्धनाथ घाट के लिए गए। जहां पुलिस सुरक्षा के बीच पिता कदम ङ्क्षसह ने बेटी सीमा के शव को मुखाग्नि दी। थाना प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि एक और हत्यारोपी अनिल को गिरफ्तार कर रणधीर के साथ जेल भेज दिया गया है। गांव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस फोर्स के साथ एक प्लाटून पीएसी तैनात कर दी गई है।

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ग्रामीण या मृतका के परिजन पूर्व पुलिसकर्मियों की अगर लिखित शिकायत करते हैं तो मामले में दूसरे सर्किल के एसीपी से जांच करा कार्रवाई की जाएगी।

- प्रमोद कुमार डीसीपी दक्षिण