माना जाता है कि राजारत्नम की संपत्ति लगभग 1.3 अरब डॉलर है और अमरीका, श्रीलंका, सिंगापोर में फैली हुई है। न्यूयॉर्क में रहने वाले राज राजारत्नम को शेयर बाज़ार में 'इनसाइडर ट्रेडिंग' का दोषी पाया गया है और 54 वर्षीय राजारत्नम को एक करोड़ डॉलर का जुर्माना भरे के लिए कहा गया है।
इस मामले में पहले ही लगभग दो दर्जन लोगों को कुछ महीने से लेकर 10 साल तक की जेल की सज़ा हो गई है। हेज फंड ऐसा पूँजी निवेश फंड होता है जिसमें चुनिंदा लोग ही निवेश कर सकते हैं।
शेयर बाज़ार में जब किसी कंपनी के बारे में अंदर की जानकारी या सार्वजनिक न हुई विशेष जानकारी के आधार पर व्यापार होता है तो उसे 'इनसाईडर ट्रेडिंग' की संज्ञा दी जाती है। इसे शेयर बाज़ार के नियमों का उल्लंघन माना जाता है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि पिछले काफ़ी समय में ऐसे दोष के लिए ये सबसे लंबी और कड़ी सज़ा है।
दस करोड़ डॉलर की ज़मानत रद्द
इस साल मई में राजारत्नम के ख़िलाफ़ न्यूयॉर्क में शेयर बाज़ार के नियमों के उल्लंघन के संबंध लगे सभी 14 आरोपों को अदालत ने सही ठहराया था।
उनकी अक्तूबर 2009 में गिरफ़्तारी हुई थी। अमरीकी वित्तीय नियमक संस्था का अनुमान है कि अवैध गुप्त जानकारी के आधार पर लगभग 7.5 करोड़ डॉलर का अवैध मुनाफ़ा हुआ। बचाव पक्ष की दलील थी कि ये आंकड़ा केवल 70 लाख डॉलर का था।
सरकारी वकील ने जज से अनुरोध किया था कि राजारत्नम की 10 करोड़ डॉलर की ज़मानत को रद्द कर दिया जाए और उन्हें जेल में भेजा जाए।
जज ने ये दलील मानी और अब राजारत्नम को 28 नवंबर को जेल में रिपोर्ट करना होगा। वे अब तक घर पर ही नज़रबंद हैं। माना जा रहा है कि वे इन आदेश के ख़िलाफ़ अपील करेंगे। इस मामले में कई जानी-मानी कंपनियों - गोल्डमैन सैक्स, इंटेल कॉर्पोरेशन और आईबीएम का नाम भी उछला था।
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