- पैसेंजर्स पहले की तरह ले सकेंगे रेस्टोरेंट और होटल से खाना
- कानपुर के पांच होटल और रेस्टोरेंट आईआरसीटीसी की लिस्ट में
- पेंट्रीकार सर्विस पर अभी भी रोक, लेकिन जल्द की जा सकती है शुरू
KANPUR। कोरोना वायरस का आउटब्रेक होने के कुछ समय बाद रेलवे ने ई-कैटरिंग सर्विस बंद कर दी थी। लेकिन अबा कोरोना काल में स्थितियां में सुधार होता देखकर रेलवे बोर्ड ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है। ट्रेनों में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स अब पहले की तरह ई-कैटरिंग सर्विस के माध्यम से स्थानीय होटल्स और रेस्टोरेंट के स्वादिष्ट खाने का स्वाद ले सकेंगे। रेलवे बोर्ड के ग्रीन सिग्नल देने के बाद यह सर्विस सैटरडे से शुरू कर दी गई है। ट्रेनों में पैंट्रीकार सर्विस अभी भी बहाल नहीं की गई है। ई-कैटरिंग सर्विस बहाल होने के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि पैंट्रीकार सर्विस भी जल्द शुरू होगी।
पांच होटल व रेस्टोरेंट संबद्ध
आईआरसीटीसी आफिसर के मुताबिक, कानपुर में बेस्ट पांच रेस्टोरेंट और होटल ई-कैटरिंग सर्विस के लिए संबद्ध है। जो पैसेंजर्स के आने वाली ऑनलाइन डिमांड के मुताबिक भोजन स्टेशन पर मुहैया कराते हैं। ई-कैटरिंग सर्विस शुरू होने से पैसेंजर को अब जर्नी के दौरान पका हुआ ताजा खाना उपलब्ध होगा। अभी तक कोरोना की वजह से ट्रेन में पैसेंजर को रेडी टू इट खाना ही उपलब्ध कराया जा रहा था।
60 से अधिक ट्रेनों का संचालन
कोरोना काल में कानपुर व वाया कानपुर होकर वर्तमान में लगभग 60 ट्रेनों का संचालन हो रहा है। जिसमें किसी ट्रेन में पेंट्रीकार की सुविधा नहीं है। ऐसे में रेलवे के ई-कैटरिंग सर्विस शुरू होने से लाखों पैसेंजर को काफी रिलीफ मिलेगी।
एक्सप्रेस फूड प्लाजा में ताजा भोजन
ई-कैटरिंग से पैसेंजर सेंट्रल स्टेशन प्लेटफार्म एक पर मौजूद एक्सप्रेस फूड प्लाजा से पका हुआ ताजा खाना ट्रेन में मंगा सकता है। इसके लिए पैसेंजर को ट्रेन आने के आधा से एक घंटे पहले ऑनलाइन बुकिंग कर ऑडर देना होगा। ट्रेन आने के बाद फूड प्लाजा का वेंडर पैसेंजर को ट्रेन के अंदर बर्थ में खाना उपलब्ध करा देगा।
आंकड़े
- 10 माह बाद बहाल हुई ई-कैटरिंग सर्विस
-1/2 घंटे पहले ट्रेन आने के ऑनलाइन बुकिंग कर ऑडर देना होगा
- 60 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन हो रहा है
- 5 रेस्टोरेंट व होटल आईआरसीटीसी से संबद्ध है
- 8 लाख से अधिक पैसेंजर को मिलेगी रिलीफ
- 1 माह के अंदर ट्रेन में भी कैटरिंग सर्विस शुरू होने की संभावना
पैसेंजर की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ई-कैटरिंग सर्विस को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इससे ट्रेनों में जर्नी करने वाले लाखों पैसेंजर्स को रिलीफ मिलेगी।
अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर