- एचबीटीयू में फर्स्ट ईयर छात्रों से जबरन बुलवाए गए अपशब्द
- रै¨गग करने वाले छात्रों की पहचान करने के दिए गए निर्देश
- यूनिवर्सिटी कैंपस और बाहर एंटी रै¨गग स्क्वॉड रखेगा नजर
KANPUR: कानपुर के कॉलेजों में रैगिंग का सिलसिला थम गया था जो फिर से शुरू हो गया है। ताजा मामला एचबीटीयू का है। यहां फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स की रैगिंग हुई। सीनियर्स ने उन्हें डराया, धमकाया, इंट्रोडक्शन लिया और प्रोफेसर्स की ए¨क्टग कराई। कुछ छात्रों को अपशब्द भी कहने को मजबूर किया गया। इस घटना को कई राहगीरों ने भी देखा।
यूनिवर्सिटी के कर्मचारी ने छुड़वाया
यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी ने छात्रों को छुड़ाकर हास्टल के अंदर भेजा। संडे की रात भी जूनियर छात्रों के साथ रै¨गग हुई थी। यूनिवर्सिटी प्रशासन अलर्ट हो गया है। कैंपस के अंदर और बाहर की ओर नजर रखने के लिए एंटी रै¨गग स्क्वॉड को निर्देश दिए गए हैं।
क्या था पूरा मामला?
नाम न छापने की शर्त पर एचबीटीयू के स्टूडेंट ने बताया कि चिडि़याघर रोड वाले गेट के नजदीक बनी चाय की दुकान पर आधा दर्जन से अधिक सीनियर्स मौजूद थे। फर्स्ट ईयर के कुछ स्टूडेंट वहां आ गए। उनको देखकर सीनियर छात्रों ने उन्हें स्टाफ क्वार्टर के पास ले गए। उनका परिचय पूछा गया। गाली दी गई। सीनियर्स को देखकर नजर झुकाकर चलने के लिए निर्देश दिए गए। दो छात्रों को हवाई जहाज बनने की सजा दी गई।
एंटी रै¨गग स्क्वॉड से मांगी आख्या
डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर प्रो। राम नरेश त्रिपाठी ने बताया कि वेस्टर्न कैंपस, एकेडमिक एरिया और सभी हॉस्टल के लिए एंटी रै¨गग स्क्वॉड गठित हैं। यह जिस जगह घटना हुई है। वहां की टीम से आख्या मांगी गई है। आरोपित छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यूनिवर्सिटी के गेट के पास गलत तरीके से चाय की दुकान खुल गई है। वहां अराजकतत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। उसको हटवाने के लिए पुलिस और नगर निगम को पत्र लिखा जा चुका है। रै¨गग की घटना ¨नदनीय है। स्टूडेंट्स की पहचान की जाएगी।
प्रो। नीरज सिंह, रजिस्ट्रार