कानपुर (ब्यूरो) करौली गांव स्थित संतोष सिंह भदौरिया के करौली सरकार आश्रम में ग्रेटर नोएडा एनएसजी अपार्टमेंट निवासी 56 साल के देवेंद्र सिंह भाटी आए हुए थे। एसीपी घाटमपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर देवेंद्र सिंह भाटी तीन दिन पहले आश्रम आए थे। पैनल से शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही नोएडा के एक डॉक्टर ने आश्रम में मारपीट का आरोप लगाया था, जिसके बाद आश्रम की प्रदेश स्तर पर चर्चा होना शुरू हो गई थी।

अंदर से बंद था कमरा

आश्रम के मीडिया प्रभारी अजय यादव ने बताया कि देवेंद्र भाटी अक्सर आश्रम में रुककर योग करते थे। सुबह देवेंद्र भाटी टहल कर वापस अपने कमरे में पहुंचे और कमरे को अंदर से बंद कर लिया। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आए तो बाबा के सेवादारों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सेवादारों ने कमरे के रोशन दान से झांक कर देखा तो वह बेड पर औंधे मुंह पड़े हुए थे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वहीं फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। फिलहाल फॉरेंसिक टीम को कमरे से कोई अहम सुराग नहीं मिला है।

परिजनों ने जताया संदेह

परिजनों के मुताबिक, देवेंद्र भाटी पूरी तरह से स्वस्थ्य थे। सब कुछ ठीक था। फोन पर बातचीत के दौरान भी उन्होंने किसी भी तरह की परेशानी का जिक्र नहीं किया था। इसके चलते उनकी मौत पर संदेह है। परिजनों की मांग पर ही वीडियोग्राफी के साथ ही तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। परिजनों ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही कोई एक्शन लिया जाएगा।

मीडिया कर्मियों के आश्रम में घुसने पर पाबंदी

प्रॉपर्टी डीलर की मौत के बाद बाबा संतोष सिंह भदौरिया की ओर से आश्रम में मीडियाकर्मी की एंट्री पर बैन लगा दिया गया। आश्रम के मीडिया कोऑर्डिनेटर बृजेंद्र सिंह ने भी पोस्टमॉर्टम हाउस में बताया कि वह अपने किसी नजदीकी के अंतिम संस्कार में आए हैं। बाद में मामला खुला तो आश्रम के सभी कर्मचारी और सेवादार वहां से चुपचाप भाग निकले।

पैनल से कराया पोस्टमार्टम

करौली आश्रम से जुड़ा मामला होने की वजह से पैनल और वीडियोग्राफी से शव का देर शाम पोस्टमार्टम कराया गया। जिलाधिकारी विशाख जी के आदेश पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा। आलोक रंजन ने उर्सला के डा। वीकेएस कटियार व डा। प्रवीन सक्सेना का पैनल बनाया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। मृतक के हार्ट के दोनों चैंबर खून से भरे हुए थे, जिसके आधार पर हृदयाघात माना जा रहा है। पेट में 100 मिलीलीटर पचा हुआ खाना मिला है, क्योंकि शाम को देवेन्द्र ने खाना ही नहीं खाया था। हालांकि संशय की गुंजाइश न रहे इसके लिये बिसरा सुरक्षित रखते हुए हृदय को सरंक्षित कर जांच के लिये विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जायेगा।

अभी तहरीर नहीं मिली है, अगर परिवार वाले तहरीर देंगे तो इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

दिनेश शुक्ला, एसीपी घाटमपुर