कानपुर(ब्यूरो)। स्कॉलशिप चाहिए, स्कूल में एडमिशन या अन्य किसी सरकारी सुविधा का लाभ। लेकिन ये लाभ यूं ही नहीं मिलते। किसी के लिए आय प्रमाण पत्र तो किसी के लिए जाति और निवास प्रमाण पत्र। लेकिन यही प्रमाण पत्र लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। तीन हजार के लगभग लोग प्रमाण पत्र के लिए तहसील के चक्कर काट रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि आवेदन के तुलना में सिर्फ चालीस प्रतिशत ही प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा मामले आय प्रमाणपत्र के लिए पेंडिंग हैं। इसका खामियाजा स्टूडेंट्स व अन्य लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

20 दिन का है नियम
तहसीलों में आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र और निवास प्रमाणपत्र बनाए जाते हैं। ऑनलाइन आवेदन के बाद इन प्रमाणपत्रों के बनने का समय निर्धारित किया गया है। आवेदनकर्ता को निवास प्रमाणपत्र और जाति प्रमाणपत्र बीस दिन के अंदर दिए जाने का प्रावधान है। बावजूद इसके अधिकारियों के लेटलतीफी के कारण आवेदन लंबे समय से अटके पड़े हैं। जिस कारण कई लोग लगातार तहसीलों के चक्कर काट रहे हैं।

जल्द समाधान का दावा
आय प्रमाणपत्र को दो कैटेगरी में बांटा गया है। इसमें छात्र के किए गए आवेदन को सात दिन और सामान्य आवेदन को 15 दिन में प्रमाणपत्र देने का प्रावधान है, लेकिन इन दिनों सबसे ज्यादा परेशानी आय प्रमाणपत्र बनावाने वालों को ही हो रही है। आंकड़े बता रहे हैं कि 2858 से अधिक आय प्रमाणपत्र फाइलों में ही लटके पड़े हैं। वहीं, एडीएम सिटी अतुल कुमार का कहना है कि प्रमाण पत्रों के बनने में हो रही देरी को लेकर संबंधित अफसरों को लेटर भेजा गया है। जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।

बिल्हौर में सबसे ज्यादा पेंडिंग
तहसील वाइज आंकड़े बताते हैं कि आय प्रमाणपत्र सबसे ज्यादा बिल्हौर तहसील के अंतर्गत पेंडिंग हैं। यहां पर कुल 1560 लोग आय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। जबकि सदर में 857, नर्वल में 178 और घाटमुपर में 122 आय प्रमाणपत्र पेंडिंग है। वहीं, बिल्हौर तहसील में ही निवास प्रमाणपत्र के लिए 86 आवेदन पेंडिंग है। बताया गया कि इनमें कई आवेदन ऐसे भी होते हैं जिनमें कुछ न कुछ खामियां होती हंै। हालांकि पेडेंसी आवेदन को जल्द से जल्द निकाला जा रहा है।

पिछले महीने किया आवेदन
कल्याणपुर के रहने वाले सुमित कुमार ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने आय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। जिसे यूनिवर्सिटी के एडमिशन फार्म में लगाया जाना है, लेकिन तहसील की लापरवाही के चलते अब तक प्रमाणपत्र नहीं मिला है। ऐसे में इसका खामियाजा वह खुद और उनके जैसे कई स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं।

एक नजर में जाने
2858 आवेदन अब तक पड़े हैं पेंडिंग
2664 आय प्रमाणपत्र हैं पेंडिंग
7 से 20 दिन में बनाने का प्रावधान
02 महीने से ज्यादा समय से लटके
74 आवेदन जाति प्रमाणपत्र के पेंडिंग
120 आवेदन निवास प्रमाणपत्र पेंडिंग
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यह भी जानना जरूरी
-तहसील वाइज बनाए जाते हैं प्रमाणपत्र
-दो कैटेगरी में बनाया जाता है आय प्रमाणपत्र
-ऑनलाइन और ऑफलाइन बनाने की सुविधा
-सिर्फ चालीस प्रतिशत ही बन रहे प्रमाणपत्र
- लेटलतीफी के चलते रुक रहा है काम
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प्रमाणपत्र का जाने स्टेटस
तहसील--निवास-जाति--आय
बिल्हौर--86---15--1507
नर्वल---09---07--178
सदर----24---19--857
घाटमपुर--01---33--122
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प्रमाण पत्रों के बनने में हो रही देरी को लेकर संबंधित अफसरों को लेटर भेजा गया है। जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
अतुल कुमार, एडीएम सिटी