कानपुर ( ब्यूरो) विभागीय लोगों के मुताबिक स्कूलों में एक टीचर को एग्जाम कराने के लिए छोड़ा जा रहा है। कई स्कूलों में दो से ढाई सौ तक बच्चों की संख्या है जो चार-पांच कमरों में बैठते हैं, ऐसे में अब सवाल यह है कि इन बच्चों का एग्जाम एक साथ एक टीचर कैसे कराएंगे, एग्जाम होगा भी तो सिर्फ खानापूरी ही की जाएगी। कई स्कूलों में चपरासी भी एग्जाम कराते नजर आएंगे।
जिले में 1700 प्राइमरी स्कूल
जिले में 1700 से अधिक प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूल हैं जिनमें पांच हजार से अधिक टीचर्स और शिक्षा मित्र शैक्षणिक काम करते हैं। शासन ने यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए इन सभी टीचर्स की ड्यूटी लगा दी है। इक्का दुक्का स्कूलों के टीचर्स को ही छोड़ा गया है।
28 मार्च तक होंगे एग्जाम
प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के एग्जाम 28 मार्च तक होने हैं। इसके बाद 29 से 31 मार्च तक कापियां चेक करना हैं। इसके बाद रिजल्ट तैयार करना है। वो रिजल्ट बच्चों को वितरित किया जाना है। ये काम कैसे होंगे इसका जवाब तो सिर्फ बेसिक शिक्षा विभाग के पास ही होगा।
आंकड़े
1700 से अधिक प्राइमरी व उच्च प्राइमरी स्कूल कानपुर नगर में
5000 से अधिक टीचर्स इन स्कूलों में हैं कार्यरत
22 मार्च से हो रही प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों की परीक्षा
50 हजार से अधिक बच्चे इन स्कूलों में कर रहे पढ़ाई
24 मार्च से यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू हो रही है
टीचर्स की ड््यूटी लगाने का काम हमारे स्तर से नहीं होता है, शासन के आदेश पर टीचर्स की ड्यूटी बोर्ड एग्जाम में लगाई गई है। हमारे स्तर से इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता।
राजेश कुमार शाही, एडी बेसिक
शासन के आदेश पर सभी टीचर्स की ड्यूटी लगाई है। अब 24 मार्च से ही प्राइमरी के भी एग्जाम होने हैं। एक टीचर को स्कूल में एग्जाम कराने के लिए छूट दी जाएगी।
डॉ। पवन कुमार तिवारी, बीएसए