कानपुर (ब्यूरो) शहर में दूसरे समुदाय के 348 छोटे बड़े धार्मिक स्थल हैैं। हाईपर सेंसिटिव प्लेस पर 18 वार्ड हैैं। यहां की आबादी लगभग आठ लाख है। सभी जगह पहले से पुलिस, पीएसी और आरएएफ तैनात कर दी गई थी। सद्भावना चौकी शहर का सबसे सेंसिटिव प्लेस हैै। यहां कमिश्नर विजय सिंह मीना ने खुद ही मोर्चा संभाल रखा था। उनके साथ जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी और डीएम विशाख जी अय्यर साथ में मौजूद थे।
यतीमखाना में तीन आईपीएस
यतीमखाना पुलिस चौकी पर आईपीएस अजय पाल शर्मा, एसीपी संतोष सिंह समेत तीन आईपीएस ने मोर्चा संभाल रखा था। इनके साथ पीएसी, आरएएफ और तमाम पुलिस बल मौजूद था। वहीं इस पूरे इलाके में गश्त करने के लिए एसीपी कर्नलगंज, एसीपी कोतवाली, एसीपी कलक्टरगंज की अतिरिक्त पुलिस बल के साथ तैनाती की गई थी। डीसीपी ईंस्ट प्रमोद कुमार एडीसीपी राहुल मिठास, डीसीपी वेस्ट बीबीटीजीएस मूर्थि और एसीपी सीसामऊ मौजूद रहे।
ड्रोन से होती रही निगरानी
घनी आबादी वाले इलाके में सुबह से ही सात ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही थी। रबर बुलेट गन, बाइनाकुलर और पंप गन समेत रूफ टॉप ड्यूटी पर जवान मुस्तैद दिखाई दिए। हर संदिग्ध पर पैनी निगाह रखी जा रही थी। गर्मी की वजह से मुंह बांधकर निकल रहे लोग समझ भी नहीं पाते थे कि किस समय पुलिसकर्मी उनके पास पहुंचकर मुंह खोलने और उनकी जानकारी ले लेते थे। हाईराइज बिल्डिंग्स पर भी पुलिसकर्मी मुस्तैद खड़े थे।
पहले ही दी थी चेतावनी
3 जून को हुए बवाल के बाद पुलिस हर प्वाइंट पर अलर्ट थी। शहर के पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त करा दिए गए थे। साथ ही पेट्रोल पंप मालिकों ने पुलिस के निर्देश के बाद सभी सेल्समैन को चेतावनी दे दी थी कि कोई भी बोतल और डिब्बों में पेट्रोल नहीं देगा। वहीं दो दिन पहले से हाईपर सेंसिटिव एरिया में ईट-पत्थरों की सफाई करा दी गई थी। ड्रोन से निगरानी करने के बाद छतें साफ करा दी गई थीं।
दूसरे जिलों में उपद्रव से अलर्ट
यतीमखाना और दूसरी मस्जिदों से नमाज खत्म होते ही लोग शांतिपूर्वक बाहर निकल आए और अपने घरों की ओर चल दिए। इसी दौरान जानकारी आई कि प्रयागराज, मुगलसराय, दिल्ली की जामा मस्जिद और सहारनपुर में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों को दूसरे जिलों में लाठीचार्ज की जानकारी मिली तो वे बॉडी प्रोटेक्टर, डंडा, हेल्मेट लेकर जवानों के साथ निकल पड़े। पूरे इलाके में जबरदस्त फ्लैग मार्च किया गया। जिससे उपद्रव का मंसूबा पाले लोगों को संदेश मिल गया और वे चुपचाप अपने घरों को चले गए।
पुलिस की सतर्कता से जुमे की नमाज पूरी तरह से शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इलाके में तमाम स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है।
आनंद प्रकाश तिवारी, जेसीपी कानपुर