- कोरोना काल की वजह से स्कूलों में उपस्थिति न के बराबर
- गवर्नमेंट कॉलेजों में पिछले साल की तरह बन रही स्थिति
<- कोरोना काल की वजह से स्कूलों में उपस्थिति न के बराबर
- गवर्नमेंट कॉलेजों में पिछले साल की तरह बन रही स्थिति
KANPUR: kanpur@inext.co.in
KANPUR: गवर्नमेंट के आदेश के मुताबिक, 9वीं के 12वीं क्लास तक स्कूल कैंपस में पढ़ाई कराई जा सकती है लेकिन सभी को कोविड प्रोटोकाल को फॉलो करना होगा। लेकिन स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या न के बराबर है। दरअसल, पेरेंट्स और उनके ब्च्च्चों को कोरोना का खौफ सता रहा है इसलिए स्कूलों में बहुत कम ब्च्च्चे आ रहे हैं।
<गवर्नमेंट के आदेश के मुताबिक, 9वीं के क्ख्वीं क्लास तक स्कूल कैंपस में पढ़ाई कराई जा सकती है लेकिन सभी को कोविड प्रोटोकाल को फॉलो करना होगा। लेकिन स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या न के बराबर है। दरअसल, पेरेंट्स और उनके ब्च्च्चों को कोरोना का खौफ सता रहा है इसलिए स्कूलों में बहुत कम ब्च्च्चे आ रहे हैं।
मार्केट में नए सेशन की किताबें
स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है, क्0वीं व क्ख्वीं के परीक्षार्थी जहां बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं वहीं नौवीं व क्क्वीं के छात्र कोरोना के डर के चलते घर पर ही बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। हालांकि यह बात भी सही है कि सरकार ने एक अप्रैल से स्कूल में कक्षाओं का संचालन तो जारी रखा मगर बाजार में नए सेशन की किताबें उपलब्ध न होने से भी पढ़ाई प्रभावित है।
चाचा नेहरू में ख्भ् परसेंट छात्र पहुंचे
गो¨वद नगर स्थित चाचा नेहरू इंटर कॉलेज में कुल उपस्थिति का सिर्फ ख्भ् परसेंट छात्र उपस्थित रहे। प्रिंसिपल डॉ.अनवेश सिंह ने बताया कि डेली स्टूडेंट की संख्या कम होती जा रही है।
राजकीय इंटर में सिर्फ ख् छात्र पहुंचे
राजकीय इंटर कॉलेज चुन्नीगंज के प्रधानाचार्य संजीव कक्कड़ ने बताया कि बुधवार को नौवीं से क्ख्वीं तक महज दो छात्र उपस्थित रहे। बोले छात्र घर पर बैठकर ही पढ़ना चाह रहे हैं।
कोरोना का डर
सिविल लाइंस स्थित डीएवी इंटर कॉलेज में नौवीं से क्ख्वीं तक में केवल नौवीं के छात्र ही स्कूल आए थे। प्रधानाचार्य शैलेंद्र मोहन सक्सेना ने बताया कि स्कूल तो खुल रहे पर कोरोना के डर के चलते छात्र नहीं आ रहे।
किसी के ऊपर स्कूल आने का दबाव नहीं बनाया जा सकता। स्टूडेंट की संख्या बढ़े, इसके लिए सभी प्रिंसिपल को निर्देशित किया गया है।
- सतीश तिवारी, डीआईओएस