कानपुर (ब्यूरो) भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर पर टिप्पणी की थी, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज थे। मुस्लिम समुदाय के लोग यतीमखाना की सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद करा रहे थे। तभी दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए, जिसके बाद पथराव हुआ। जुमे की नमाज के दौरान ज्यादातर मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि वे पैगंबर पर की गई किसी भी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, मुस्लिम संगठनों ने बाजार बंद का आह्वान भी किया। पुलिस ने किसी भी इलाके में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। हालांकि, लोग सड़कों पर निकल आए।

शहर में 7 घंटे तक चला उपद्रव
परेड चौराहा पर हजारों लोग इकट्ठा हुए। बवाल शुरू होने के बाद स्थितियां तेजी से बेकाबू हुईं। पुलिस तंग गलियों में घुसकर कार्रवाई नहीं कर पा रही थी। हालांकि करीब 7 घंटे तक चले उपद्रव के बाद स्थितियां काबू में कर ली गईं। पुलिस ने 29 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। वहीं, कानपुर उपद्रव पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी। कोई बख्शा नहीं जाएगा।

चंद्रेश्वर हाता पत्थरबाजों के निशाने पर
जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग यतीमखाना बाजार में आए। दुकानें बंद करने का दबाव बनाने लगे। दूसरे धर्म के लोगों ने दुकान बंद करने से मना किया था। नमाजियों के बीच शामिल कुछ अराजक तत्वों ने सबसे पहले चंद्रेश्वर के हाता में घुसकर पथराव कर दिया। जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने तमंचों से फायर भी किए।

ऑफिसर्स ने किया कंट्रोल
इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना, ज्वाइंट कमिश्नर आनंद तिवारी भी मौके पर आ गए। पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड फायर किया। लाठीचार्ज करके लोगों को गलियों में खदेड़ा गया। फिर भी लोग रुक-रुककर पथराव करते रहे। पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है।