कानपुर (ब्यूरो) आबकारी विभाग के अधिकारी ने बताया कि कानपुर के अलग-अलग हिस्सों में 880 से अधिक शराब की दुकानें हैं। जिनमें देशी, बीयर और वाइन शॉप शामिल हंै। इन दुकानदारों के सेल्समैन को आबकारी विभाग की तरफ से पीओएस मशीन के बारे में ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी गई है। जिनमें बिलिंग से लेकर बार कोड स्कैन के बारे में जानकारी दी जा रही है। वर्तमान में ट्रायल बेस पर काम हो रहा है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सभी लाइसेंसधारकों को मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी।
ओवर रेटिंग खत्म करना ही मकसद
अधिकतर शॉप पर शराब की बिक्री पर दस से बीस रुपए अधिक लिए जा रहे हैं। कई बार जुर्माना भी लगाया जा चुका है, लेकिन सेल्समैन अधिक कीमत वसूलने से बाज नहीं आते हैं। काफी जगह निर्धारित ब्रांड के अलावा भी शराब बेची जाती है। लाइसेंसधारकों की इस मनमानी को रोकने के लिए पीओएस मशीन से बिक्री करने का फैसला लिया गया है। ऐसे में शराब बिक्री होने पर ओवर रेटिंग खत्म हो जाएगी, इससे ग्राहक भी शराब की कीमत देख सकेगा, साथ ही, मिलावटी शराब की बिक्री पर भी रोक लगेगी।
मशीन की खासियत
आंकड़े बताते हैं कि कानपुर आबकारी विभाग को 14 सौ करोड़ रुपए से अधिक का रेवेन्यू हुआ था। इस पीओएस मशीन की खासियत यह है कि वह यह बताएगी कि किस गोदाम से शराब उठी थी, किस दुकान से बिक्री हुई है। हालांकि इस योजना के लागू हो जाने से उन शराब कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी, जो ओवररेट और दूसरे स्टेट की शराब चोरी-चुपके बेचते हैं। वहीं अभी भांग की दुकानों को इस कैटेगरी से बाहर रखा गया है, कारगर होते ही यहां भी शुरू कर दिया जाएगा।
ऐसे काम करेगा पीओएस
जिस तरह हम लोग शॉपिंग मॉल से कपड़े खरीदने के दौरान उस पर लगे बार कोड स्कैन कर उसकी बिलिंग की जाती है, ठीक उसी तरह शराब की बोतलों पर लगे बार कोड को स्कैन किया जाएगा.यही नहीं ग्राहक को एक बिल भी मिलेगा, जिस पर दुकान, शराब के ब्रांड का नाम व मूल्य अंकित रहेगा। इसमें धोखाधड़ी की गुंजाइश काफी हद तक कम रहेगी।
फैक्ट फाइल
- 1400 करोड़ से अधिक का सालाना रेवेन्यू
- 880 दुकानों को फ्री दी जाएगी पीओएस मशीन
- सभी वाइन शॉप सेल्समैन को दी जा रही ट्रेनिंग
- पीओएस से कटेगा बिल, ग्राहकों को नहीं लगेगी चपत
- ओवरचार्जिंग के साथ नकली शराब पर लगेगी रोक
- बीयर, वाइन और देशी शराब की सभी दुकानों पर पीओएस