कानपुर (ब्यूरो) वल्र्ड क्लॉस व माडर्न तकनीक के साथ चल रही मेट्रो सेवा की जानकारी लेने के लिए पालीटेक्निक चौराहे पर मेट्रो डिपो पहुंचे। उन्हें आपरेशंस कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) दिखाने ले जाया गया। ओसीसी से ही मेट्रो कारीडोर में मेट्रो सेवाओं का संचालन और निगरानी की जाती है। आपरेशंस विभाग के अफसरों ने स्टूडेंट्स को बताया कि किस तरह से एक सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के माध्यम से 9 किमी। लंबे प्राथमिक सेक्शन (आईआईटी-मोतीझील) पर मेट्रो सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। सभी स्टेशन एवं ट्रेनें लगातार ओसीसी के साथ संपर्क में रहते हैं। ओसीसी के दिशा-निर्देशों से ही संचालन सुनिश्चित करते हैं।
आईआईटी तक सफर किया
यहां से गुरुदेव मेट्रो स्टेशन के इलेक्ट्रिकल रूम में जाकर जानकारी ली। ओसीसी के बाद विद्या आक्जिलरी सब स्टेशन (एएसएस) की कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया। मेट्रो स्टेशनों पर बने एएसएस रूम के जरिए ही स्टेशन पर लगे इलेक्ट्रिकल उपकरणों और ट्रेनों के संचालन के लिए ऊर्जा का वितरण किया जाता है। इंजीनियरों ने बताया कि लखनपुर स्थित रिसीङ्क्षवग सब स्टेशन (आरएसएस) से सभी स्टेशनों और डिपो में पावर सप्लाई पहुंचती है। स्टूडेंट्स ने गुरुदेव मेट्रो स्टेशन से आईआईटी मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो से यात्रा की। इस दौरान स्टाफ द्वारा मेट्रो ट्रेन के अत्याधुनिक फीचर्स के बारे में बताया गया।