- मानक से 7 गुना तक बढ़ा पॉल्यूशन का स्तर, एक्यूआई में देश का तीसरा सबसे पॉल्यूटेड सिटी कानपुर
KANPUR: सिटी में पॉल्यूशन का स्तर बेहद खतरनाक माने जाने वाले 400 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के स्तर को भी पार कर गया। सिटी की आबोहवा जहरीली करने वाले पीएम 2.5 का स्तर एयरक्वालिटी इंडेक्स में 415 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक पहुंच गया। खराब एयरक्वालिटी के मामले में कानपुर देश के 118 शहरों में तीसरे नंबर पर रहा। बीते 3 दिनों से सिटी में पॉल्यूशन धीरे धीरे बढ़ ही रहा था जोकि वेडनसडे को सीवियर स्टेज में पहुंच गया। वहीं सिटी में अलग अलग जगहों पर एयरक्वालिटी को चेक करने के लिए लगे एनवायरमेंटल सेंसर्स के आंकड़ों ने भी चौंकाया। 5 प्रमुख चौराहों पर शाम 7 बजे पॉल्यूशन का स्तर मानक से 7 गुना से ज्यादा रहा। जबकि एक दर्जन जगहों पर पॉल्यूशन का स्तर मानक से 5 से 6 गुना तक ज्यादा दर्ज किया गया।
पॉल्यूशन स्तर के हिसाब से कैटेगरी
गुड- 50 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक
सैटस्फैक्टरी- 51 से 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक
मॉडरेट- 101 से 200 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक
पुअर- 201 से 300 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक
वैरी पुअर- 301 से 400 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक
सीवियर -401 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से ऊपर
पॉल्यूशन स्तर का सीवियर होने का मतलब -
- सीपीसीबी ने हवा की गुणवत्ता को लेकर 6 कैटेगरी निर्धारित की हैं।
- हवा में पीएम2.5 के स्तर के हिसाब से गुड,सैटिस्फैक्ट्री, मॉडरेट, पुअर, वैरी पुअर और सीवियर कैटेगरी है
- वैरी पुअर कैटेगरी में हवा की गुणवत्ता ऐसी होती है जिसमें ज्यादा वक्त तक रहने से रेस्पेरेटरी इलनेस होती है
- सीवियर कैटेगरी में हवा में पॉल्यूशन का स्तर इतना बढ़ जाता है। जिससे सामान्य लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है।