कानपुर(ब्यूरो)। सिटी में पॉल्यूशन की वजह से आबोहवा जहरीली हो गई है। संडे को पॉल्यूशन के स्तर में थोड़ी कमी आई, लेकिन उसके बाद भी हालात खराब ही रहे। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों में सिटी में पीएम 2.5 का स्तर 290 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। शहर में बने सीपीसीबी के चार मॉनीटरिंग स्टेशनों में आईआईटी में लगा स्टेशन लगातार तीसरे दिन इनएक्टिव रहा। जबकि आईआईटी तिराहे पर लगे स्मार्ट सिटी के इनवायरमेंटल सेंसर में लगातार पॉल्यूशन का स्तर 300 के आसपास ही रहा। शहर के कई और इलाकों में लगे इनवायरमेंटल सेंसर्स में भी आबोहवा की हालत बेहद खराब रही। शहर के आउटर एरिया में पॉल्यूशन का स्तर ज्यादा रिकार्ड किया गया।
इनवायरमेंटल सेंसर्स का डाटा(रात 9 बजे )
सचान गेस्ट हाउस चौराहा-381
यशोदा नगर चौराहा-338
अनूप टेलीकॉम चौक, सनिगवां-426
शास्त्रीचौक- 370
श्याम नगर चौराहा-355
घंटाघर चौराहा-316
(पीएम 2.5 का स्तर, माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर में)
पॉल्यूशन फैलाने वालों पर होगी एफआईआर
सिटी में बढ़ते एयर पॉल्यूशन को देखते हुए यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से कूड़ा जलाने वालों और अवैध रूप से बैट्री की प्लेटें गला कर लेड धातु निकालने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान शुरू किया है। पनकी, दादानगर क्षेत्र में इस दौरान खास नजर रखी जाएगी। इसके लिए बकायदा यूपीपीसीबी ने टीमें भी बनाई हैं। साथ ही नगर निगम और पुलिस से भी मदद मांगी है।
निगरानी टीमें शहर भर में घूमेंगी
यूपीपीसीबी के रीजनल अफसर अनिल माथुर से मिली जानकारी के मुताबिक निगरानी टीमें शहर भर में घूमेंगी। इस दौरान गोपनीय तरीके से प्रदूषण फैलाने वालों को चिन्हित कर उनकी फोटो व वीडियोग्राफी भी करेंगी। जिसके बाद ऐसे लोगोंं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। बैट्री कारोबारियों व अन्य इंडस्ट्रीज के प्रबंधन के साथ मीटिंग कर सहयोग मांगा जाएगा।