ग़ौरतलब है कि चिराग पासवान लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान के बेटे हैं। जब चिराग से पूछा गया कि उन्होंने राजनीति के बजाय बॉलीवुड को क्यों चुना। तो इस सवाल के जवाब में चिराग ने कहा, “राजनीति एक ऐसी चीज़ है जो मेरी रगों में बहती है।
राजनीति से ना मैं कभी दूर था, ना हूँ और ना कभी रह सकता हूँ। लेकिन फ़िलहाल मैंने फ़िल्मों को अपना पेशा चुना हैं क्योंकि मेरा बचपन से सपना था कि मैं आपने आप को बड़े पर्दे पर देखूँ.” फ़िल्म मिले ना मिले हम चार नवंबर को रिलीज़ हो रही है जिसमें चिराग के साथ कंगना रनाउत हैं।
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा प्रेरिणा किससे मिली तो चिराग ने कहा, “बॉलीवुड में मेरे जैसे नए ऐक्टर के लिए अमिताभ बच्चन से बढ़कर प्रेरणादायी कोई नहीं हो सकता। वो अपने आप में एक संस्थान है। आप उनसे सब कुछ सीख सकते हैं चाहे वो उनका एंग्री यंग मैन लुक हो या उनकी कॉमिक टाइमिंग या उनका डॉयलॉग बोलने का अंदाज़.”
अपनी आगे की रणनीति के बारे में बात करने हुए चिराग पासवान कहते हैं कि वो फ़िल्मों में पाँव जमाने आए हैं। चिराग कहते हैं, “मैं यहाँ टिकने के लिए आया हूँ, यहाँ बने रहने के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा। और अगर आप दिल से कोई कोशिश करे तो आप क़ामयाब ज़रुर होते हैं.” इस फ़िल्म की प्रेस वार्ता भी रामविलास पासवान के दिल्ली स्थित घर पर ही रखी गई।
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