कानपुर (ब्यूरो) मूलरूप से कानपुर देहात के भोगनीपुर निवासी शिव प्रताप यादव पनकी थाना थाना क्षेत्र की पीआरवी में हेड कांस्टेबल हैं। वे पत्नी कमलेश, 24 साल के बेटे अजीत, अभिषेक व अपने पांच अन्य भाइयों के परिवार के साथ गुजैनी के अंबेडकर नगर में रहते हैं। अजीत और अभिषेक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। अजीत सिविल सेवा की परीक्षा में दो बार असफल हो गया। जिसके कारण तनाव में रहता था। पिछले साल वह छत से भी गिर गया था, जिसके बाद से उसका मनोचिकित्सक से इलाज चल रहा था।

सुबह भाई के साथ की रनिंग
भाई अभिषेक ने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह दोनों भाई दौडऩे गए थे। वहां से लौटने के बाद उनकी नौ बजे से ऑनलाइन क्लास थी। दोनों अपने-अपने कमरे में चले गए। कुछ ही देर में कमरे से गोली चलने की आवाज आई। वह और मां दोनों कमरे में भागकर पहुंचे तो अजीत का शव खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था। चीख पुकार सुनकर घर के अन्य लोग भी पहुंच गए। कुछ ही देर में पिता आ गए।

स्टेटस देख लेता तो भाई को बचा लेता
पिता शिव प्रताप ने बताया कि बेटे अजीत ने सुबह 9:20 बजे फोन किया कि वह खुद को गोली मारकर खत्म करने जा रहा है। वह जब तक समझाते और घरवालों को फोन करते, उसके जान दे दी। वहीं अजीत के भाई ने पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस को बताया कि भाई ने सुबह 9:15 बजे वाट््सएप स्टेटस पर लिखा कि सॉरी, माफ करना पापा, सब खत्म हो गयामैं जान देने जा रहा हूं। उसके मात्र पांच मिनट बाद उसने खुद को गोली मार ली। ऑनलाइन क्लास चलने के कारण वह स्टेटस नहीं देख सका, वरना भाई को बचा लेता।

पिस्टल कब्जे में ली, नहीं कराई फॉरेंसिक जांच
पुलिस ने जांच के नाम पर सिर्फ पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फॉरेंसिक टीम से जांच भी नहीं कराई। हालांकि पुलिस ने पिस्टल कब्जे में ले ली है।