कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने 165 परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाने का दावा किया है। दावा ही नहीं इस तरफ कोशिशें शुरू कर दी गई हैैं। दरअसल शासन के निर्देश के बाद होली के 15 दिन पहले &ऑपरेशन स्माइल&य शुरू करना था। कमिश्नरेट पुलिस ने इसका शुभारंभ कर दिया है। देखना ये होगा कि होली के पहले कमिश्नरेट पुलिस का 165 परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाने का दावा कितना सफल होता है। बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही फीलखाना पुलिस ने किडनैप्ड बच्चे को किडनैपर्स की पकड़ से छुड़ाकर परिवार की खुशियां वापस लौटाई थीं, जिसे लेकर कानपुर के 165 परिवारों को बच्चों की बरामदगी की उम्मीद लग गई है।
थानों और एजेंसियों से कलेक्ट किया गया रिकॉर्ड
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि थानों और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल से इनपुट कलेक्ट किया गया है। जिसके आधार पर 165 लोग गुमशुदा पाए गए हैैं। इन मामलों में पुराने विवेचकों से जानकारी कलेक्ट की जाएगी और एक-एक मामले पर काम शुरू किया जाएगा। पुलिस की माने तो पिछले विवेचक जहां से काम छोडक़र गए थे, वहीं से शुरू किया जाएगा। डीसीपी हेडक्वार्टर लगातार इस पूरी टीम की समीक्षा करेंगे। जरूरत पडऩे पर सर्विलांस टीम की मदद भी ली जाएगी। पुलिस के मुताबिक कुछ मामले ऐसे हैैं जिनमें सीसीटीवी काम कर सकता है, सीसीटीवी फुटेज की मदद भी ली जाएगी।
इस तरह से काम करेगी टीम
पुलिस अधिकारियों ने हर जोन में तीन-तीन महिला और पुरुष सब इंस्पेक्टर, छह-छह सिपाही और छह-छह होमगार्ड की टीम बनाई गई है। ये टीम परिवार वालों से कॉन्टैक्ट करेगी और फैमिली हिस्ट्री की जानकारी लेगी। अगर गुम हुए व्यक्ति के पास मोबाइल होगा तो सर्विलांस की हेल्प ली जाएगी। 4 से 14 साल के गुम हुए बच्चों और किशोर किशोरियों की तलाश के लिए आस पास के जिलों की पुलिस की मदद भी ली जाएगी। डीसीआरबी और एनसीआरबी का डाटा भी तलाशा जाएगा। इसका विधिवत प्रचार और प्रसार किया जाएगा। जिससे अगर किसी को गुम हुए व्यक्ति के विषय में जानकारी हो तो वह दे सके। कमिश्नरेट में जो लोग इसमें पुलिस की मदद करेंगे, उन्हें ईनाम भी दिया जाएगा।