कानपुर(ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। पहले और दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए शहर से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स वेस्टर्न यूपी के लिए रवाना कर दिया गया है। इनमें ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ऐसे में पहले से खराब चल रही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और खराब हो गई है। शहर के ज्यादातर चौराहे लावारिस हो गए हैं। लोग मनमाने तरीके से निकल रहैं जिसकी वजह से जगह-जगह जाम लग रहा है।
चंद कदम के लिए लंबा सफर
कानपुर कमिश्नरेट और आउटर से बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी वेस्टर्न यूपी में होने वाले पहले और दूसरे चरण के चुनाव में लगाई गई है। ऐसे में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस नो जो प्लान बनाया है। उसमें आपको चंद कदम की दूरी तय करने के लिए कई किलोमीटर का सफर करना पड़ सकता है। कई जगह पर बेरीकेडिंग लगाकर रास्ते को बंद कर दिया गया है। गोल चौराहे से टाटमिल तक जाने में कोका कोला चौराहा कुछ दिन पहले बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था अब जरीब चौकी चौराहे पर भी बैरिकेड कर दिया है वहीं रावतपुर से कल्याणपुर तक केवल तीन जगह पर मुडऩे का प्लान है। ये मोड़ गीता नगर क्रासिंग, गुरुदेव क्रासिंग और यूनीवर्सिटी पर होंगे।
इन चौराहों पर ज्यादा समस्या
शहर के व्यस्त चौराहों में नजीराबाद, रावतपुर, गोल चौराहा, बारादेवी, चावला मार्केट, बर्रा बाई पास, हरजिंदर नगर, यशोदा नगर, गोविंद नगर हैैं। जबकि व्यस्ततम चौराहों में टाटमिल, सीटीआई, फजलगंज, जरीब चौकी और विजयनगर, रामादेवी, बड़ा चौराहा और फूलबाग हैैं। व्यस्त चौराहों पर एक सिपाही और चार होमगार्ड जबकि व्यस्ततम चौराहों पर दो सिपाही और आठ होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा ट्रैफिक लाइन से सिपाहियों की ड्यूटी कमिश्नरेट इलाके में 14 प्वाइंटस पर होमगार्ड के साथ लगाई जाती है। व्यस्त चौराहों पर महिला ट्रैफिककर्मी भी ड्यूटी पर लगाई जाती हैं।
300 ट्रैफिक पुलिसकर्मी हैं शहर में व्यवस्था संभालने के लिए
200 पुलिसकर्मियों को चुनाव की ड्यूटी पर भेज दिया गया
40 ट्रैफिक पुलिसकर्मी वीआईपी ड्यूटी पर लगाए गए हैं
60 पुलिसकर्मियों पर पूरे शहर का ट्रैफिक संभालने का जिम्मा
180 पुलिसकर्मी आम दिनों में करते हैं ट्रैफिक कंट्रोल
हर थाने से 60 प्रतिशत पुलिसकर्मी
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ ही हर थाने से 60 फीसदी पुलिस स्टाफ की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई। ऐसे मे शहर का ट्रैफिक सिस्टम संभालने के साथ ही लॉ एंड ऑर्डर को मेनटेन रखने की भी बड़ी चुनौती है। कानपुर कमिश्नरेट में पुलिसकर्मियों की भारी कमी हो गई है। मतदान के लिए करीब 60 प्रतिशत पुलिस बल पहले चरण में अलीगढ़ और गाजियाबाद भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मतदान के समस्त चरण समाप्त होने के बाद ही जनपद में पुलिस बल पर्याप्त संख्या में आ सकेगा। यानि अगले एक महीने तक शहर का यही हाल रहने वाला है।
4000 के करीब पुलिसकर्मी कानपुर कमिश्नरेट में
1861 पुलिसकर्मियों को चुनाव ड्यूटी पर भेजा गया
140 इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर गाजियाबाद भेजे गए
159 इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर अलीगढ़ भेजे गए हैं
1500 के करीब सिपाही भी भेजे गए हैं इनके साथ
तीसरे चरण में कानपुर में मतदान
कानपुर में तीसरे चरण में मतदान है। कानपुर में मतदान के लिए फोर्स वापस आ जाएगा। इसके बाद चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण का मतदान कराने के लिए भी कानपुर से दूसरे जनपदों में पुलिस बल भेजा जाएगा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 190 नए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जरूरत पडऩे पर इन पुलिसकर्मियों को थाने और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए तैनात कर दिया जाएगा। इनके व्यवहार पर थाने के इंस्पेक्टर या सीनियर नजर रखेंगे।
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बड़ी संख्या में फोर्स चुनाव कराने के लिए अन्य जनपदों को भेजा गया है। चौराहों पर ट्रैफिक संभालने और लॉ एंड ऑर्डर मेनटेन करने के लिए पुलिसलाइन के जवानों को लगाया गया है। जरूरत पडऩे पर इन पुलिस कर्मियों को थाने में भी भेजा जाएगा। शहरवासियों से भी अपील है कि ऐसे वक्त में अपनी जिम्मेदारी निभाएं और रूल्स को फॉलो करें।
विजय सिंह मीना, पुिलस कमिश्नर