पोल्डी नाम की ये बिल्ली बेहद दुबली हालत में शहर से तीस किलोमीटर दूर जंगलों में पाई गई। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने बिल्ली के कान पर टैटू की गई संख्या से उसे पहचाना।

पोल्डी वर्ष 1996 से खोई हुई थी और उसकी मालकिन ने उसे पाने की उम्मीद खो दी थी। बिल्ली 15 साल से ज्यादा कम ही जीवित रहती है लेकिन कुछ मामलों में उनकी उम्र तीस साल तक हो सकती है।

इस बिल्ली को म्यूनिख शहर से 15 किलोमीटर दूर आइंग गांव के एक किशोर किलियन शूटेल ने लकड़ी के एक तख्ते पर बैठे देखा। किलियन के पिता बर्नार्ड शूटेल ने एक स्थानीय अखबार को कहा, "मेरे बेटे ने तुरंत देखा कि ये बिल्ली बहुत बूढ़ी है और कमजोर भी। उसके सामने के दांत भी नहीं थे। हम उसे घर ले आए और खाना पीना दिया। लेकिन थोड़े दिनों बाद हमने गौर किया कि उसके कान पर एक टैटू बना हुआ था."

टैटू से पहचाना

शूटेल परिवार पोल्डी को शहर में जानवरों के अभयारण्य (सैंक्चुरी) में ले गए जहां उसके कान के टैटू का मिलान किया गया। खोए जानवरों के रिकॉर्ड में ये टैटू पंद्रह साल पहले खोई पोल्डी से मिलता पाया गया। रिकॉर्ड में उनके मालिकों के पते पर संपर्क किया गया।

एक स्थानीय अखबार ने लिखा कि जब उसकी मालकिन को पोल्डी के मिलने के बारे में बताया गया तो वो भावुक हो गई और कुछ नहीं बोल सकी।

उनका कहना था कि शायद पोल्डी की घर में दूसरी बिल्ली से नहीं बन रही थी इसलिए वो 15 साल पहले भाग गई थी। पोल्डी को जल्द ही उसकी मालकिन को सौंपा जाएगा।

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