कानपुर (ब्यूरो) निक्की ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जब पूरे सवाल पूछ लिए, तो उन्होंने हमको सलाह देते हुए मिट्टी कूल के साथ इसे जोड़कर स्टडी करने के लिए कहा। उन्होंने कहा अगर इसे हम मिटटी कूल के साथ जोड़ लेते हैं तो और अच्छे और बेहतर परिणाम निकल कर आ सकते हैं।

क्या है सब्जी कोठी
इस सब्जी कोठी में सब्जी और फल एक माह तक ताजे रहते हैं। यह एक टेंट जैसा होता है, जिसे डिस्मेंटल भी किया जा सकता है। इसमें 150 किलो से लेकर करीब 1000 किलो तक सब्जी और फल रखे जा सकते हैं। यह माइक्रोक्लाइमेट पोर्टेबल सिस्टम है, जो कूलिंग के बजाए प्रिजर्वेटिव के तौर पर काम करता है। इथाइलीन हार्मोन को छोटे-छोटे मॉलिक्यूल्स में बदल देता है। इस वजह से सब्जियों के पकने का वक्त बढ़ जाता है। इसको ऑपरेट करने के लिए 20 वॉट बिजली की जरूरत लगती है।

ग्राम पंचायत मंत्रालय ने
जम्मू के पल्ली गांव में मिनिस्टरी ऑफ ग्राम पंचायत की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंक्यूबेशन सेंटर की ओर से आयोजित प्रदर्शनी में आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप सब्जी कोठी को भी आमंत्रित किया गया था। निक्की झा ने बताया कि उनके स्टॉल पर पीएम करीब ढाई मिनट तक रुके और स्टार्टअप के बारे में पूरी जानकारी ली। निक्की आईआईटी कानपुर से डिजाइन में पीएचडी कर रहे हैं।