कानपुर (ब्यूरो) अंकित राजपूत ने खुद भी ट्रायल में हिस्सा लिया साथ ही वर्चुअल पिच को लेकर कई अहम सुझाव भी दिए। उन्होंने गेंद की स्विंग से लेकर बॉलिंग स्पीड को भी टेस्ट किया और वर्चुअल पिच पर नार्मल पिच के मुकाबले बालिंग स्पीड कम करने का सुझाव दिया.साथ ही कहा कि इस पिच पर प्लेयर्स के लिए इन स्विंग, आउट स्विंग, गुगली जैसी बॉलों पर रेग्युलर प्रैक्टिस की सुविधा मिले। जिससे बेहतर प्लेयर्स तैयार हो सकें।
वर्चुअल पिच में क्या खास-
-इसमें प्रैक्टिस के लिए और एंटरटेनमेंट के लिएदो मशीनें लगाने के साथ 2 पिच भी बनाई गई हैं।
- वर्चुअल पिच को हाईटेक सिम्युलेटर बॉलिंग मशीन से लिंक किया गया है।
- मशीन के जरिए 40 किमी से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग की जा सकती है।
- वर्चुअल पिच पर कोई प्लेयर एक बार में तीन ओवर तक खेल सकता है।
- पूरा सिस्टम कंप्यूटर कंट्रोल्ड है, जिसे टैबलेट और पीसी दोनों से कंट्रेाल किया जा सकता है।
- जरूरत के मुताबिक, मोबाइल एप के जरिए प्रोग्राम की सेटिंग भी बदली जा सकती है।
सितंबर से ले सकेंगे मजा
क्रिकेट सिम्युलेटर बालिंग मशीन/वर्चुअल पिच को 31 जुलाई 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद यहां पर बच्चों से लेकर प्लेयर्स तक मनोरंजन के साथ प्रैक्टिस भी कर सकेंगे। इसे सितंबर से शुरू किया जा सकता है। विजिटर्स गैलरी के उद्घाटन के बाद लोग नामिनल फीस देकर इस पिच पर वर्चुअल क्रिकेट खेल सकेंगे। कमिश्नर डॉ.राजशेखर ने ट्रायल में आए क्रिकेटर अंकित राजपूत को धन्यवाद दिया। साथ ही ग्रीनपार्क के हॉस्टल के क्रिकेट प्लेयर्स से फीडबैक बुक पर उनका इनपुट लिखने के लिए भी कहा। जिसके आधार पर वर्चुअल पिच की गुणवत्ता को और बेहतर किया जा सके।