कानपुर (ब्यृूरो) बीपीसीएल के पंपों पर पेट्रोल व डीजल के स्टाक की कमी होने लगी है। पंपों पर दो से तीन दिन का स्टाक रहता था। क्रेडिट पर माल की आपूर्ति भी की जाती थी। पेट्रोल पंप संचालकों को अब एडवांस धनराशि जमा करनी पड़ रही है। इसके बाद आपूर्ति की जा रही है। बीपीसीएल के पंपों पर सामान्य दिनों में रोज औसत 100 किलोलीटर पेट्रोल व 200 किलोलीटर की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन अब पेट्रोल व डीजल इतना दिया जा रहा है कि स्टाक नहीं हो पा रहा है। पंप हर दिन ड्राई (सूख) हो रहे हैं।
घाटे से बचने के लिए
पेट्रोल एंड एचएसडी डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि पेट्रोल कंपनियों को रशिया से क्रूड आयल का सौदा नहीं हो पाया है। कंपनियां अन्य देशों से महंगा क्रूड आयल खरीद रही है। घाटे से बचने के लिए पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति भी कम की जा रही है। हालांकि आईओसीएल के पंपों पर पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। पेट्रोल व एचसडी डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम शंकर मिश्रा ने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो पेट्रोल पंप खुलने का समय घटाना पड़ सकता है।
सिटी में पेट्रोल-डीजल की इतनी खपत-
12 हजार किलोलीटर- हर महीने औसत पेट्रोल की खपत
24 हजार किलोलीटर- डीजल की हर महीने खपत है
400 किलोलीटर पेट्रोल की खपत प्रतिदिन औसत
800 किलोलीटर डीजल की खपत प्रतिदिन औसत
सिटी में कितने पेट्रोल पंप-
कुल पंप- 253
इंडियन ऑयल- 109
भारत पेट्रोलियम-67
ङ्क्षहदुस्तान पेट्रोलियम- 61
नायरा-11
रिलायंस- 05