कानपुर (ब्यूरो)। गंगा तट पर एक सप्ताह से रानीघाट व भैरोघाट के आस-पास एरिया में मगरमच्छ देखा जा रहा था। कई बार उसे गंगा तट किनारे पानी में और बाहर रेतीले इलाके में भी देखा गया। जिससे लोगों में दहशत थी। उस एरिया में लोगों के आने जाने के लिए मनाही भी कर दी गई थी। वेडनेसडे दोपहर मगरमच्छ को रानी घाट पर देखा गया। स्थानीय लोगों ने नाविकों की मदद से मगरमच्छ पकड़ लिया।
मगरमच्छ के साथ सेल्फी का दिखा क्रेज
मगरमच्छ के पकडऩे जाने के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को दिया। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मगरमच्छ को सुरक्षित पहुंचने के लिए कानपुर प्राणि उद्यान से संपर्क किया। कानपुर जू के वेटनरी ऑफिसर डा। अनुराग सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मगरमच्छ को पकड़ा है।
मगरमच्छ के पकडऩे जाने पर उसे बांध कर रखा गया। इस दौरान लोग मगरमच्छ के साथ सेल्फी लेते नजर आए। यहां तक कि कुछ लोग उसकी पूजा करते ही दिखे। उनका मानना है कि मगरमच्छ लक्ष्मी जी की सवारी है। वहीं वहीं डीएफओ दिव्या ने बताया कि लोगों ने मगरमच्छ को पकड़ा है लेकिन वह वाइल्ड एनिमल है।
उसे फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने बैराज के पास गहरे पानी में लेकर छोड़ दिया।