कानपुर (ब्यूरो) महिला संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने और त्वरित कार्रवाई के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत वर्ष 2019 में किदवई नगर चौराहे के पास ङ्क्षपक चौकी का उद्घाटन हुआ था, जिससे महिलाएं व युवती अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए पुरुष पुलिस के सामने हिचकें नहीं और वह महिला पुलिस अधिकारी के सामने अपनी समस्या बता सकें। ङ्क्षपक चौकी को पांच पेट्रोङ्क्षलग वाहन भी दिए गए थे, जिससे बाजार,स्कूल, कालेज, सूनसान रास्तों समेत अन्य संदिग्ध प्वाइंट पर पुलिस गश्त करती रहें। इससे छेड़छाड़ जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके, लेकिन एक वाहन महिला थाने, एक स्वरूप नगर आशा ज्योति केंद्र भेज दिए गए, जबकि तीन वाहन पूरी तरह से कबाड़ हैं, जिसमें एक ङ्क्षपक चौकी के पीछे ही खड़ा है।

वाहन न होने से बंद हो गई गश्त

ङ्क्षपक चौकी प्रभारी रूबी ङ्क्षसह ने बताया कि पहले गश्त के लिए पेट्रोङ्क्षलग वाहन से दक्षिण जोन में विभिन्न प्वाइंट पर गश्त होती थी। 1090 पर सूचना आने पर ङ्क्षपक चौकी की टीम पेट्रोङ्क्षलग वाहन से मौके पर पहुंच कर समस्या का समाधान कराती थी, लेकिन वाहन न होने से अब गश्त बंद हो गई है। कोई सूचना आती है तो स्कूटी से वह जाती हैं। चाहे बिधनू जाना पड़े या घाटमपुर। ङ्क्षपक पेट्रोङ्क्षलग वाहन के लिए अधिकारियों को अवगत कराया गया है।

32 संदिग्ध प्वाइंट हुए थे चिह्नित

छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए ङ्क्षपक चौकी पार्क, स्कूल, कालेज, बाजार, भीड़भाड़ वाले स्थानों समेत दक्षिण जोन के 32 संदिग्ध प्वाइंट चिह्नित किए थे, जिसमें ङ्क्षपक चौकी का स्टाफ पेट्रोङ्क्षलग वाहन से लगातार गश्त करेगा और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाएगा, लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते सब ठंडे बस्ते में चला गया।