कानपुर (ब्यूरो)। उर्सला, कांशीराम चिकित्सालय और कल्याणपुर सीएचसी में पैथोलॉजी जांच की सुविधा को सरल बनाने के लिए हेल्थ एटीएम लगाए गए थे। जिसकी सुविधा चंद पेशेंट तक ही पहुंच पा रही है। चंद मिनटों में 58 प्रकार की जांच कर रिपोर्ट देने में सक्षम अत्याधुनिक मशीन में प्रतिदिन आठ से 10 मरीज ही पहुंच रहे हैं। जबकि उर्सला और कांशीराम चिकित्सालय की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन 600 से 800 पेशेंट्स पहुंच रहे हैं। ऐसी स्थिति में एक से दो प्रतिशत ही मरीजों को इसका लाभ मिल पा रहा है। इसका मुख्य कारण मरीजों में जागरूकता नहीं होना है। इस कारण अस्पताल के जांच केंद्र में पहले ही तरह मरीजों की भीड़ लगी रहती है।

रेडक्रास सोसाइटी ने लगाए थे
छह महीने पहले जिला रेडक्रास सोसाइटी की ओर से उर्सला, कांशीराम और कल्याणपुर सीएचसी में मरीजों को बेहतर और जल्द जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने की मंशा से 15 लाख की अत्याधुनिक जांच मशीन लगाई थी। जनहित में लगाए गए हेल्थ एटीएम पर अस्पताल में घूम रहे निजी पैथोलॉजी के एजेंट ग्रहण लगा रहे हैं। ओपीडी मरीज को सस्ती जांच का हवाला देकर एजेंट निजी पैथोलॉजी में जांच करवा रहे हैं। वहीं, ओपीडी के ज्यादातर मरीज पैथोलॉजी में जांच कराना पसंद कर रहे हैं।

हेल्थ एटीएम की जांच निशुल्क
हेल्थ एटीएम में मरीजों को निशुल्क सेवा दी जा रही है। इसके बाद हेल्थ एटीएम में जांच कराने वालों की संख्या ना के बराबर है। उर्सला अस्पताल के निदेशक डा। एसपी चौधरी ने बताया कि मरीजों को हेल्थ एटीएम के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिन्हें जल्द रिपोर्ट चाहिए होती है वे हेल्थ एटीएम में जांच करा रहे हैं। रेडक्रास सोसाइटी के अवैतनिक सचिव आरके सफ्फड़ ने बताया कि अस्पताल को अपने स्तर पर मरीजों की जांच में हेल्थ एटीएम को प्राथमिकता देनी होगी।