कानपुर (ब्यूरो)। नेपाल के काठमांठू में स्थित भगवान शिव के पशुपतिनाथ मंदिर से तो आप सभी परिचित होंगे। अगर आप दर्शन के लिए नेपाल नहीं जा पा रहे है तो सावन के इस पावन महीने में कल्याणपुर में आकार श्री पशुपतिनाथ नेपाली मंदिर में बाबा आपको दर्शन देने के लिए विराजमान हैं। कल्याणपुर पनकी रोड चौकी के पीछे आवास विकास एक डबल रोड पर स्थित इस मंदिर को साल 1977 में संस्थापक सदस्य स्व। जय बल्लभ भूषाल (आईआईटी में कार्यरत) और दिल बहादुर क्षेत्री (सेना से रिटायर्ड) के नेतृत्व में खेतों में स्थापित किया था।
नर्मदा तट से लाए शिवलिंग
मंदिर की कमेटी का नाम श्री शिव मंदिर नेपाली धर्म समाज है। स्थापना के समय नेपाली समाज ने चंदा करके इस मंदिर को बनवाया था। इस वक्त सावन के सोमवार के दिन यहां पर तकरीबन 12-15 हजार भक्त दर्शन करने आते है। इस मंदिर को कानपुर के पशुपतिनाथ के नाम से भी जाना जाता है। इस समय मंदिर के पुजारी पंडित शिवलाल पांडेय है। इस मंदिर की स्थापना के लिए नेपाल के तत्कालीन राजा वीरेद्र विक्रम शाहदेव ने फंड दिया था। उसी रकम से नर्मदा के तट से यहां स्थापित शिवलिंग को लाया गया है। इस शिवलिंग की खासियत यह है कि यह शिवलिंग पंचमुखी है। यह प्रदेश का पहला नेपाली मंदिर भी है।
नेपाल के राजदूत है मंदिर के संरक्षक
इस मंदिर में नेपाल के राजदूत डॉ। शंकर प्रसाद शर्मा संरक्षक की भूमिका को निभाते है। हाल ही में उन्होंने मंदिर के रेनोवेशन के लिए तीन लाख का दान दिया था, जिसको मंदिर के रेनोवेशन में लगाया गया है। वह समय समय पर मंदिर में आकर कमेटी से बातचीत भी करते है।
3500 में कर लो बेटी की शादी
मंदिर कमेटी ने स्वयं को केवल मंदिर तक ही सीमित न रखकर सामाजिक कार्यों में भी जोड़कर रखा है। यहां पर 3500 रुपए देने पर मंदिर मे शादी के लिए हॉल आदि की सुविधा मिल जाती है। वधू पक्ष की हैसियत न होने पर कमेटी इसमें भी छूट दे देती है। इसके अलावा बीते दिनों अर्मापुर बाजार में आग लगने हुए नुकसान के एक पीडि़त को 11 हजार की मदद भी की है। इसके अलावा कोविड काल में मंदिर से 20 कुंतल राशन बांटा गया है। इस समय पहली मंजिल में कमरों को बनवाया जा रहा है, जिसको जरूरतमंदों को ठहरने के लिए दिया जाएगा।
क्यूआर कोड स्कैन कर दान
इस मंदिर में अगर आप कुछ रुपयों को दान करना चाहते है तो उसके लिए दानपात्र नहीं है। मंदिर में कई स्थानों पर क्यूआर कोड लगे है, उनको स्कैन करके मंदिर के ऑफिशियल खाते में आप दान दे सकते है। पेमेंट करने के बाद आपको तुरंत रसीद भी मिल जाएगी।
सावन भर होते रुद्राभिषेक
इस मंदिर में सावन के महीने में रोजाना दो रुद्राभिषेक होते है। अगर आपको भी रुद्राभिषेक कराना है तो मंदिर कमेटी से संपर्क करके आप भी करा सकते है। यहां की मन्नत पूरी होने पर भक्त दान के अलावा मंदिर में निर्माण कार्य भी कराते है। मंदिर में इस समय तिरुपति बाला जी, मां के नौ स्वरुप, राम दरबार, शिव परिवार, हनुमान जी समेत कई देवी देवता मौजूद है
मंदिर को 1977 में स्थापित किया गया था। नेपाल के पशुपतिनाथ की तर्ज पर इस मंदिर को स्थापित किया गया है। यहां बाबा हर भक्त की मन्नत को पूरा करते हैैं। कमेटी में पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य है
कृष्ण कुमार सिंह क्षेत्री, अध्यक्ष, श्री शिव मंदिर नेपाली धर्म समाज