कानपुर(ब्यूरो)। लंबे समय से कचहरी कैंपस में बनने वाली मल्टीलेबल पार्किंग की फंसी स्कीम को आखिरकार ग्रीन सिग्नल मिल गया। डेढ़ साल से एनओसी के फेर में स्कीम फंसी थी। जिसकी पुरातत्व विभाग ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। पार्किंग निर्माण का काम देख रही जल निगम की कंपनी सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) ने टेंडर जारी कर दिए हैं जो 21 जुलाई को खोले जाएंगे। अगस्त माह से पार्किंग का निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके निर्माण से कचहरी में रोड पर वाहन खड़े होने से लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।
आकलन के बाद दी गई एनओसी
वीआइपी रोड स्थित तहसील परिसर में प्रस्तावित मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग का निर्माण अनुमति प्रमाण पत्र (एनओसी) के फेर में करीब डेढ़ साल से अटका रहा। अग्निशमन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केडीए से तो एनओसी मिल चुकी है, लेकिन पुरातत्व विभाग ने यह कहते हुए आपत्ति लगा दी कि इससे सिर्फ 300 मीटर दूर स्थित ऐतिहासिक महत्व वाले गोरा कब्रिस्तान पर असर पड़ सकता है। इसका आकलन करने के बाद ही एनओसी दी जाएगी। अब विभाग से सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद इसके निर्माण की राह खुल गई है। वहीं, पार्किंग निर्माण के लिए पहले अधिकृत कंपनी मनीषा प्रोजेक्ट लिमिटेड के काली सूची में जाने के बाद अब नए सिरे से टेंडर कराए जा रहे हैं। पहले निर्माण कार्य की समय सीमा जनवरी 2024 थी, जिसे अब बढ़ाकर दिसंबर 2024 कर दिया गया है।
पांच मंजिला होगी मल्टीलेवल पार्किंग
स्मार्ट सिटी मिशन से 47.43 करोड़ की लागत से तहसील परिसर में 38 वर्ग मीटर नजूल की जमीन पर दो बेसमेंट, भूतल और पांच मंजिला निर्माण होना है। इसमें 436 चार पहिया और 176 दोपहिया वाहन खड़े हो सकेंगे।
जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहाः
पुरातत्व विभाग ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। टेंडर भी आमंत्रित किए गए हैं। अगस्त से निर्माण कार्य शुरु होने की संभावना है।
-रंजीत कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर सीएंडीएस, जल निगम