- हकीकत जानने के लिए अफसरों के निरीक्षण में सामने आई बड़ी लापरवाही

- एक स्कूल में ताला बंद, दूसरे में 100 बच्चों को नहीं हुआ भुगतान

KANPUR: मिड-डे मील का कागजी डेटा बनाया जा रहा है। इसका खुलासा आफिसर्स के निरीक्षण में हुआ। इसमें पता चला कि बच्चों को न तो समय से परिवर्तन लागत की राशि मिल रही, न खाद्यान्न। वेडनेसडे को मिडडे मील जिला समन्वयक सौरभ पांडेय ने प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर रोड का इंस्पेक्शन किया था। यहां मालूम हुआ, कि सेकेंड फेज की जो राशि व खाद्यान्न 30 जून तक बच्चों को दी जानी चाहिए थी, वह अभी तक 100 बच्चों को नहीं दी गई। इसी तरह सुबह 11.50 बजे प्राथमिक विद्यालय गोपालगंज नयापुरवा बंद मिला। बीएसए ने दोनों ही मामलों में संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर आख्या मांगी है।

टीचर्स का वेतन रुकेगा

वहीं, बीएसए डॉ। पवन तिवारी ने कहा, इन स्कूलों के शिक्षकों का अब जुलाई का वेतन रोका जाएगा। इससे पहले जिला समन्वयक सौरभ पांडेय ने 22 जुलाई को पांच स्कूलों का निरीक्षण किया था, जिनमें तीन स्कूल समय पर बंद मिले थे। मिडडे मील वितरण को लेकर जिले में टीचर बिल्कुल गंभीर नहीं हैं।