पाकिस्तानी सरकार की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है कि जाँच आयोग ने उस डॉक्टर का भी बयान रिकॉर्ड किया जिन्होंने कथित तौर पर ओसामा बिन लादेन की ऐबटाबाद में उपस्थिति के बारे में अमरीकी ख़ुफ़िया विभाग की मदद की थी।
बयान के मुताबिक़ जाँच आयोग ने ओसामा की तीन पत्नियों और दो बेटियों से जानकारी ली है जो पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसियों की हिरासत में हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने अल क़ायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद ओसामा के परिजनों को अपनी हिरासत में लिया था।
'स्वतंत्र जाँच आयोग'
अल-क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद गठित इस पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय आयोग की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस जावेद इक़बाल कर रहे हैं जबकि वरिष्ठ सैन्य और प्रशासनिक अधिकारी इसके सदस्य हैं।
ग़ौरतलब है कि पाकिस्तानी सरकार ने ऐबटाबाद में हुई अमरीकी सैन्य कार्रवाई की जाँच के लिए एक स्वतंत्र न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की थी।
राजधानी इस्लामाबाद के पास स्थित ऐबटाबाद में एक और दो मई की दरम्यानी रात को हुई इस कार्रवाई में अमरीकी सैनिकों ने ओसामा बिन लादेन को मार दिया था।
अमरीका का कहना है कि इस कार्रवाई की जानकारी पाकिस्तान को नहीं दी गई थी लेकिन इस बात पर आश्चर्य प्रकट किया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रशिक्षण केंद्र के पास पाँच साल से ओसामा के रहने की जानकारी पाकिस्तान को कैसे नहीं थी?
दूसरी ओर पाकिस्तान ने इस कार्रवाई के पहले जानकारी न दिए जाने को लेकर नाराज़गी जताई थी और कहा था कि भविष्य में वह ऐसी किसी कार्रवाई को स्वीकार नहीं करेगा।
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