-5182.37 करोड़ की लागत से बननी है 93 किमी। लंबी आउटर रिंग रोड, एनएचएआई की भूमि अधिग्रहण समिति ने दी मंजूरी

-अब मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे को भेजा जाएगा प्रोजेक्ट, कंसल्टेंट डीपीआर तैयार करेंगे और जमीन को होगा सर्वे

-------

शहर को जाम और पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए प्रस्तावित आउटर रिंग रोड को रफ्तार मिलने लगी है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की भूमि अधिग्रहण कमेटी ने इसे मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब इस प्रोजेक्ट को मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे के पास भेजा जाएगा। यहां से पास होने के बाद डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की जाएगी और अधिग्रहण के लिए जमीन का सर्वे शुरू किया जाएगा। बता दें कि 93 किमी। की आउटर रिंग की अनुमानित लागत 5182.37 करोड़ रुपए है। पहले ¨रग रोड की लंबाई 105.897 किमी। थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण समिति के रिपोर्ट पर इसे छोटा कर दिया गया।

नेशनल हाईवे एक-दूसरे से जुड़ेंगे

अभी शहर से कानपुर-हमीरपुर-कबरई हाईवे, इटावा-कानपुर-प्रयागराज हाईवे, कानपुर-लखनऊ हाईवे, कानपुर-झांसी हाईवे और कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड गुजर रही है। इस वजह से कल्याणपुर, मंधना, रामादेवी, नौबस्ता, भौंती, पनकी, जाजमऊ आदि जगहों पर जबरदस्त जाम लगता है। अब जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा, क्योंकि ¨रग रोड इन सभी नेशनल हाईवे को एक दूसरे से जोड़ेगी। दूसरे शहरों से आने वाले वाहन इसके जरिए आसानी से शहर के ट्रैफिक को डिस्टर्ब किए बिना निकल जाएंगे।

-----------

560 हेक्टेअर जमीन की जरूरत

एनएचएआई की कानपुर इकाई अब इसके अलाइनमेंट को केडीए और उन्नाव- शुक्लागंज विकास प्राधिकरण को भेजकर उनके बोर्ड से मंजूरी लेगा और फिर स्टेट गवर्नमेंट को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण का कार्य होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 560 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी और इस पर 2609.06 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जल्द ही कमिश्नर की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समग्र कमेटी की मीटिंग में इस पर चर्चा की जाएगी।

---------

मंधना-सचेंडी बाईपास पहले बनेगा

93 किलोमीटर लंबे ¨रग रोड के हिस्से के रूप में सबसे पहले मंधना से सचेंडी तक बाईपास बनाया जाएगा। इस बाईपास के बन जाने से जाम की समस्या बहुत हद तक कम हो जाएगी, क्योंकि यह बाईपास जीटी रोड पर मंधना के रामनगर से शुरू होकर इटावा हाईवे को सचेंडी के पास जोड़ देगा। इसके बन जाने से हमीरपुर, लखनऊ, झांसी, इटावा और प्रयागराज हाईवे से जीटी रोड जुड़ जाएगा। इसके बाद ¨रग रोड के अन्य हिस्से का निर्माण होगा। वहीं इस ¨रग रोड की दूरी चकेरी एयरपोर्ट से मात्र 3.1 किलोमीटर होगी।

-----------

एक साथ होगा अधिग्रहण

रिंग रोड के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना तो एक साथ जारी होगी। लेकिन सबसे पहले अधिग्रहण का कार्य मंधना से सचेंडी के बीच ही किया जाएगा। इसके बन जाने से वे वाहन जो झांसी या इटावा की ओर से आ रहे हैं वे सचेंडी से मंधना आकर गंगा बैराज के रास्ते लखनऊ चले जाएंगे। कन्नौज की ओर से आने वाले वाहन भी मंधना से सचेंडी होते हुए हाईवे पर आ जाएंगे और शहर के बाहर से ही हमीरपुर, प्रयागराज या लखनऊ की ओर चले जाएंगे।

------------

इतने ओवरब्रिज और अंडरपास बनेंगे

-2 ओवरब्रिज गंगा नदी पर बनेंगे

-3 ओवरब्रिज पांडु नदी के ऊपर बनेंगे

-17 छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा

-3 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे

-6 रेलवे ओवरब्रिज का होगा निर्माण

-54 अंडरपास भी रिंग रोड में बनाए जाएंगे

------------

आंकड़ों में रिंग रोड प्रोजेक्ट

-560 हेक्टेयर लैंड की पड़ेगी जरूरत

-2609.06 करोड़ रुपए से लैंड का अधिग्रहण

-2573.31 करोड़ रुपए रोड कंस्ट्रक्शन में खर्च होंगे

-5182.37 करोड़ रुपए टोटल लागत है रिंग रोड की

-6080 करोड़ थी रिंग रोड निर्माण की कुल लागत

-2012 में शुरू हुई थी ¨रग रोड की कवायद

---------------

आउटर रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण समिति की ओर से प्रोजेक्ट मंजूर हो गया है। अब कंसलटेंट द्वारा डीपीआर व सर्वे किया जाएगा। डीपीआर तैयार होने के बाद स्टेट और सेंट्रल गवर्नमेंट का अंश भी डिसाइड होगा।

-पंकज मिश्रा, परियोजना निदेशक, एनएचएआई।