कानपुर (ब्यूरो)। ट्रक ड्राइवर्स की स्ट्राइक के कारण मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की शार्टेज हो गई। सुबह से ही पेट्रोल पम्पों पर कानपुराइट्स की भीड़ टूट पड़ी। हर कोई अपनी गाड़ी का टैंक का फुल कराने लगा। इसकी वजह से कई पंप दोपहर होते होते खाली हो गए। लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। इससे अन्य पेट्रोल पम्पों पर गाडिय़ों की भीड़ लग गई। पंप के सामने रोड तक जाम हो गई। पहले पेट्रोल भराने को लेकर मारामारी होने लगी। इसके चलते पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। बावजूद इसके भीड़ कम नहीं हुई। भीड़ और खासा समय लगता देखकर लोगों ने लौटने में ही भलाई समझी
गाडिय़ां नहीं आ पा रही हैं
सिटी में करीब 150 पेट्रोल पम्प हैं। पेट्रोल एंड हाईस्पीड डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमशंकर मिश्रा ने बताया कि हर रोज लगभग 500 किलोलीटर पेट्रोल और एक हजार किलोलीटर डीजल की डिमांड रहती है। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल लेवल पर कच्चे तेल के दामों में कमी के कारण एक जनवरी से रेट कम होने की उम्मीद थी। नुकसान से बचने के लिए पंपों पर पेट्रोल-डीजल का कम ही रखा गया था। इधर ट्रक ड्राइवर्स की स्ट्राइक के कारण पंपों पर पेट्रोल-डीजल की डिमांड के मुताबिक गाडिय़ां नहीं पहुंच रही थी।
पैनिक से बढ़ गई मुश्किलें
दो दिनों में बामुश्किल 10 गाडिय़ां ही पंपों पर पहुंची। इसी वजह से कई पेट्रोल पम्पों पर पेट्रोल डीजल पहले से ही कम था। मंगलवार की कुछ सुबह पंप हो गए। इससे पेट्रोल डीजल की शार्टेज की अफवाह फैल गई। लोगों ने टैंक फुल कराने के लिए गाडिय़ां पेट्रोल पम्पों की दौड़ दी। इससे जिन पेट्रोल पम्प पर कम स्टॉक था। वह खाली हो गए ।
सिर्फ कैश पेमेंट ही लिया
पेट्रोल-डीजल की मारामारी के बीच पंपों पर ई वॉलेट, स्वाइप मशीन के थ्रू पेमेंट लेना बन्द कर दिया। केवल कैश पेमेंट करने पर पेट्रोल-डीजल दिया गया। इससे भी लोग परेशान हुए, खासतौर यूथ जो कि जिनके पास कैश कम था।
अफवाह भी फैलती रही
दोपहर होते-होते पूरे शहर में पेट्रोल-डीजल पर लाइन लगे होने के खबर फैल गई। इसीबीच लोग कुछ लोग अफवाह भी फैलाते रहे। लालइमली पर पम्प पर पहुंचे शिवम ने कहा कि कुछ लोगों ने बताया था कि आधार कार्ड दिखाने पर ही एक लीटर पेट्रोल दिया जा रहा है। आधार कार्ड लेकर आए थे, लेकिन ब्रहम नगर की तरह यहां भी नहीं मिल रहा है।