कानपुर (ब्यूरो)। लोगों को जोडऩा हो, पार्टी का प्रमोशन करना हो, अपने मुद्दे रखने हों या फिर वोटर्स की राय जाननी हो। सोशल मीडिया प्लेटफार्म आज पॉलिटिकल पार्टियों का सबसे बड़ा हथियार बन चुके हैं। हर पार्टी की अपनी सोशल मीडिया सेल है और इसमें काम करने वाले एक्सपट्र्स की फौज। हाल ये है कि महज एक पोस्ट से पूरा माहौल बदल जाता है। ड्रिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर (डीईओ) का भी मानना है कि इलेक्ट्रॉनिक युग में वोटर्स को जागरूक करना और पोलिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए ऑनलाइन सबसे बड़ा माध्यम है। लेकिन, चुनाव आयोग शायद इस पर विश्वास नहीं रखता। तभी तो उसने कैंडिडेट्स के लिए इलेक्शन खर्च की जो रेट लिस्ट जारी है कि उसमें सोशल मीडिया को भूल ही गई है। उसकी जगह ऑडियो, वीडियो कैसेट और सीडी का रेट लिस्ट जारी किया है। जबकि ये अब गुजरे जमाने की बात हो चुकी है।
दो हजार में फॉच्र्यूनर और एक हजार में ई रिक्शा
इलेक्शन में कैंडिडेट्स जो व्हीकल यूज करेंगे उसे भी इलेक्शन कमीशन चुनाव खर्च में शामिल करता है। इसके लिए कैंडिडेट्स के इलेक्शन में यूज होने वाले व्हीकल का रेंट रेट भी फिक्स किया गया है। हालांकि नेता जी जिस लग्जरी व्हीकल फारच्र्यूनर से चलते हैं उसका एक दिन का किराया दो हजार रुपये होगा। वहीं इलेक्शन में कैंपन के लिए ई बैटरी रिक्शा मय चालक के साथ हर दिन का रेट एक हजार रुपये तय किया गया है। वहीं एसयूवी का 12 सौ और छोटी कार का 9 सौ रुपये तय किया गया।
30 रुपये में नाश्ता, 300 में वीआईपी लंच
नेता जी और उनके कार्यकर्ताओं पर होने वाला खाना के खर्च का भी रेट इलेक्शन कमीशन ने फिक्स किया है। 30 रुपये नाश्ते का और नाश्ते में पूड़ी सब्जी, वहीं साधारण लंच पैकेज व भोजन थाल का रेट चार्ज 50 रुपये है जबकि वीआईपी लंच व थाल पर 3 सौ रुपये तक खर्च कर सकते है। इलेक्शन मर्ई और जून मंथ में होने है, जिसमें भीषण गर्मी होगी। कार्यकर्ताओं को राहत देने के लिए ठंड पानी देने की जिम्मेदारी भी नेता जी की होगी इसके लिए इलेक्शन कमीशन ने 2 सौ रुपये बर्फ की प्रति सिल्ली का रेट फिक्स किया है।
40 में गुलाब की माला, 150 में गुलदस्ता
इलेक्शन में कैंडिडेट्स को गुलाब की माला पहननी है या फिर गेंदा की। सम्मानित करने के लिए किसी को फूल सिस्ट देनी हो या फिर गुलदस्ता। सबका रेट फिक्स है। 40 रुपये में गुलाब की माला और 20 रुपये में गेंदा की। नेता जी के लिए गुलदस्ता के रेट में भारी छूट भी मिली है, उनके लिए 150 रुपये में फूलों का गुलदस्ता फिक्स किया गया जबकि मार्केट रेट में वर्तमान में तीन सौ रुपये से कम नहीं है फूलों का गुलदस्ता।