इन दस्तावेजों को अमरीका के नेवी सील्स कमांडों ने 2 मई 2011 को ओसामा बिन लादेन पर कार्रवाई के बाद जब्त किया था। दस्तावेजों में अलकायदा नेता और उनके सहयोगियों के बीच बातचीत का ब्योरा है। साथ ही ओसामा के हाथ से लिखी एक डायरी भी है।

ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की घटना के एक साल बाद इन दस्तावेजों को इंटरनेट पर ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा।

ऑनलाइन दस्तावेज

हासिल किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि ओसामा बिन लादेन अलकायदा का नाम बदलना चाहते थे क्योंकि संगठन के बहुत सारे बड़े नेता मारे जा चुके थे।

अमरीका में व्हाइट हाउस के आतंवाद निरोधक प्रमुख जॉन बर्नेन ने एक भाषण में कहा है कि इन दस्तावेजों को यूएस मिलिट्री एकेडमी का आतंकवाद निरोधी केंद्र ऑनलाइन मुहैया कराएगा।

जॉन बर्नेन ने कहा कि अलकायदा संगठन के सबसे बेहतरीन और अनुभवी कमांडरों के मारे जाने के बाद उनकी जगह नये लोगों को जल्द ही भरना चाहता था। ओसामा बिन लादेन इस बात से चिंतित था कि संगठन में अनुभवहीन लोग गलतियां कर सकते हैं।

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